शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला के बालिका आश्रम टूटीकांडी में बच्चों के साथ दीपावली मनाई और उनके बीच मिठाइयां, फल और पटाखे भी बांटे। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 15 दिन इलाज कराने के बाद सुक्खू शनिवार को शिमला लौटे थे।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार ने कानून बनाकर अनाथ बच्चों को राज्य के बच्चे का दर्जा दिया है। उन्होंने कहा कि अब तक राज्य में 4,000 अनाथ बच्चों को पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं, जिसमें 27 वर्ष की आयु तक देखभाल, शिक्षा प्राप्त करने के लिए सहायता, आवास के लिए वित्तीय सहायता, कपड़े, त्योहार भत्ते आदि जैसे विभिन्न लाभ दिए गए हैं।
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मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा, ‘‘आप माता-पिता के बिना नहीं हैं। राज्य सरकार ही आपके माता और पिता हैं। इसलिए प्रदेश का मुखिया होने के नाते मैं आपके साथ दीपावली मनाने आया हूं। दीपावली का त्योहार आपके जीवन में खुशियां लाए और राज्य सरकार भी इसी दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। जीवन में आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना करें, क्योंकि चुनौतियां ही आत्मविश्वास पैदा करती हैं और जीवन को दिशा प्रदान करती हैं।’’
आज शिमला स्थित बालिका आश्रम टूटीकंडी में बच्चों के साथ दीवाली उत्सव मनाया तथा उन्हें मिठाई और फल वितरित किए। हमारी सरकार ने क़ानून बनाकर अनाथ बच्चों को चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट का दर्जा दिया है। अब तक 4000 अनाथ बच्चों को पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं, जिससे अब वे मुख्यमंत्री… pic.twitter.com/TkGrFlPc9q
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) November 12, 2023
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उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राज्य सरकार अकेले रहने वाली महिलाओं और मूक-बधिर बच्चों के लिए भी एक योजना बनाने जा रही है। राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि राज्य सरकार ज्वालामुखी और सुंदरनगर में अनाथ बच्चों के लिए दो अत्याधुनिक आश्रम बनाएगी।