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साहित्य और संस्कृति का संगम ‘गंगा पुस्तक परिक्रमा’ का संगमनगरी में आगमन

3 दिसंबर 2023 को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की ‘गंगा पुस्तक परिक्रमा’ का उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर में आगमन हुआ। प्रयागराज के जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) श्री जग्दम्बा सिंह ने गंगा पुस्तक परिक्रमा (पुस्तक प्रदर्शनी वाहन) को हरी झंडी दिखाई।
 
एनबीटी इंडिया के पुस्तक संग्रह की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत की यह अभिनव पहल सराहनीय है, मैं एनबीटी की पूरी टीम को इसके लिए बधाई देता हूं और गंगोत्री से गंगासागर की इस पूरी परिक्रमा में निश्चित तौर पर गंगा किनारे बसे निवासियों और शिक्षा जगत से जुड़े लोगों को कहीं ना कहीं इस मुहिम में शामिल होने की प्रेरणा मिलेगी।”
 
गंगा पुस्तक प्रदर्शनी ऋषिकेश, हरिद्वार, बिजनौर, मेरठ, अलीगढ़, फर्रुखाबाद, कानपुर की यात्रा पूर्ण कर प्रयागराज पहुंची। यहां से यह मिर्जापुर, वाराणसी, छपरा, पटना, बेगूसराय, सुलतानगंज, साहिबगंज, बहरामपुर, कोलकाता, हल्दिया से होकर 11 जनवरी, 2024 को गंगासागर में अपनी यात्रा समाप्त करेगी।
 
इस पुस्तक प्रदर्शनी में हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू सहित 55 से अधिक भाषाओं की पुस्तकें उपलब्ध है, जो प्रत्येक आयु वर्ग के पाठकों में पठन-संस्कृति की भावना को विकसित करने में सहयोग करेंगी। इसमें गंगा और भारतीय नदियों और जल निकायों के आसपास विकसित पारिस्थितिकी तंत्र पर पुस्तकें प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए भी उपलब्ध है। गंगा पुस्तक परिक्रमा किताबों की दुनिया के माध्यम से गंगा की साहित्यिक विरासत से जुड़ने की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति के लिए आकर्षण का केंद्र है।
 
इस सचल पुस्तक परिक्रमा से जुड़ने व अधिक जानकारी के लिए एनबीटी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाने का विकल्प भी पाठकों के पास उपलब्ध है, जिस पर गंगा पुस्तक प्रदर्शनी से जुड़ी सभी नवीन जानकारियों को प्राप्त किया जा सकता है।

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