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कांग्रेस का भाजपा पर ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में अवरोध डालने का आरोप, रैली की सशर्त अनुमति मिली

मणिपुर सरकार ने बुधवार को कांग्रेस की 14 जनवरी से प्रस्तावित ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को “सीमित संख्या में प्रतिभागियों के साथ” उस मैदान से शुरू करने की अनुमति दे दी जिसकी मांग पार्टी की ओर से की गई थी।
कांग्रेस का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी और मणिपुर की सरकार उसकी यात्रा में अवरोध पैदा करना चाहते हैं, लेकिन वह किसी भी सूरत में अपनी यात्रा मणिपुर की राजधानी इंफाल से ही शुरू करेगी।
मणिपुर की राजधानी में हट्टा कांगजेइबुंग मैदान (पैलेस ग्राउंड) से रैली के बाद यात्रा निकालने की अनुमति एक सप्ताह पहले मांगी गई थी। अब प्रशासन ने ‘सीमित संख्या’ में लोगों की उपस्थिति के साथ यह कार्यक्रम करने की अनुमति दी है।
कांग्रेस ने फिलहाल इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है कि वह इस शर्त के साथ इसी मैदान से यात्रा शुरू करेगी या फिर कोई वैकल्पिक स्थान चुनेगी।

हालांकि, मणिपुर सरकार के इस फैसले से कुछ देर पहले कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अगर ‘पैलेस ग्राउंड’ से यात्रा शुरू करने और रैली की अनुमति नहीं मिलती है तो कांग्रेस इंफाल के किसी अन्य स्थान से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू करेगी।
कांग्रेस की ओर से तय कार्यक्रम के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी को यात्रा शुरू होगी। यात्रा मुख्य रूप से बस के माध्यम से होगी तथा रास्ते में कुछ जगहों पर पदयात्रा भी होगी। इस यात्रा का समापन 20 मार्च को मुंबई में होना है।
उधर, कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी से शुरू होने जा रही इस भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए ‘न्याय योद्धा’ अभियान और वेबसाइट की शुरुआत की। 

पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश ने इसी के साथ यात्रा का पैम्फलेट भी जारी किया।
वेणुगोपाल और रमेश ने कहा कि  भारत जोड़ो न्याय यात्रा  14 जनवरी को मणिपुर से ही शुरू होगी। 
मणिपुर सरकार से सशर्त अनुमति मिलने से कुछ देर पहले वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड में  भारत जोड़ो न्याय यात्रा  का कार्यक्रम आयोजित करने के कांग्रेस के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। बार-बार आश्वासन दिए जाने के बावजूद कि यात्रा राजनीतिक नहीं है, मणिपुर सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया, जबकि सरकार राज्य में अपने स्वयं के कार्यक्रम आयोजित कर रही है।’’
वेणुगोपाल का कहना था, ‘‘इस यात्रा को लेकर जमीन पर जबरदस्त ऊर्जा और उत्साह है। लोग यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यात्रा को सफल बनाने के लिए विभिन्न राज्य पूरी तरह से तैयार हैं। यह यात्रा ऐतिहासिक होने जा रही है।

यह कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है, बल्कि इस देश की जनता के लिए है। कांग्रेस देश की जनता के लिए न्याय मांग रही है।’’
रमेश ने कहा, ‘‘यात्रा के लिए वेबसाइट बनाई गई है। इसमें रोज की खबरें आती रहेंगी। साथ ही यात्रा की लाइव स्ट्रीमिंग भी होगी। इसके अलावा जो लोग यात्रा में भाग लेना चाहते हैं। इसकी पूरी जानकारी उन्हें वेबसाइट पर मिलेगी।’’
कांग्रेस ने इस यात्रा के लिए ‘न्याय योद्धा’ अभियान की भी शुरुआत की है जो ‘मिस्ड कॉल’ के माध्यम से कोई बन सकता है। पार्टी ने कहा कि ये ‘न्याय योद्धा’ कांग्रेस और इस यात्रा के संदेश को लोगों तक पहुंचाने में मददगार होंगे।
कांग्रेस नेताओं के संवाददाता सम्मेलन के कुछ देर बाद इंफाल ईस्ट जिले के जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया, “किसी भी अप्रिय घटना और कानून-व्यवस्था में गड़बड़ी को रोकने के लिए 14 जनवरी को केवल सीमित संख्या में प्रतिभागियों के साथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने की अनुमति दी गई है।

प्रतिभागियों की संख्या और नाम इस कार्यालय को पहले ही उपलब्ध करा दिए जाएंगे ताकि यह कार्यालय सभी आवश्यक एहतियाती कदम उठाने में सक्षम हो सके।”
आदेश में आगे बताया गया कि इंफाल ईस्ट जिले के पुलिस अधीक्षक ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि कार्यक्रम स्थल पर ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के उद्घाटन समारोह के दौरान भारी भीड़ होने की उम्मीद है। राज्य में मौजूदा कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए, भारी भीड़ होने से कानून एवं व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है।
इसमें कहा गया है, “इसके अलावा इंफाल ईस्ट जिले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा भी लागू है।”
हक

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि मणिपुर सरकार ने इंफाल के पैलेस ग्राउंड से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने के लिये अनुमति देने से इंकार कर दिया है।

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