वैसे तो हमारे देश में महिलाओं को आधी आबादी के तौर पर पेश किया जाता है। लेकिन चुनावों की बात करें तो मतदाता के तौर पर महिलाओं को काफी कम अहमियत मिलती हैं। लेकिन धीरे-धीरे ही सही, अब चुनाव और राजनीति में महिलाओं को अहमियत दी जाने लगी है। महिलाएं अब सत्ता को बनाने और उसे बदलने दोनों का दमखम रखती हैं। शायद यही कारण है कि अब महिलाओं का वोट अपनी तरफ करने के लिए महिलाओं को साधने वाले चुनावी वादे किए जाने लगे हैं और महिलाओं के लिए कई नई योजनाओं की शुरूआत की जाने लगी है।
बता दें कि राज्य में कुछ महीनों में ही चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव से पहले ही सत्ताधारी भाजपा और विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी राज्य की महिलाओं को साधने में जुट गई है। बता दें कि जहां एक ओर राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘लाडली बहना योजना’ शुरू की तो वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम कमलनाथ ने राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर ‘नारी सम्मान योजना’ शुरू किए जाने का ऐलान किया है।
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बीजेपी का महिलाओं के लिए ऐलान
बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव से पहले ही महिलाओं के लिए घोषणाओं की झड़ी लगानी शुरू कर दी है। जहां एक ओर सीएम शिवराज ने लाडली बहन योजना की शुरूआत की। बता दें कि इस योजना के तहत हर महीने महिलाओं को 1 हजार रुपए दिए जाते हैं। वहीं चुनाव को पास में देखकर शिवराज सरकार ने इस राशि में 250 रुपए और बढ़ाए जाने की घोषणा की है।
सीएम शिवराज ने ऐलान करते हुए कहा कि अक्टूबर महीने से हर महीने 1250 रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे। साथ ही महिलाओं को सस्ता गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाया जाएगा। महिलाओं के खाते में सरकार हर महीने 600 रुपए डालेगी। वहीं 450 रुपए में सिर्फ गैस सिलेंडर पड़ेगा।
इसके साथ ही सीएम चौहान ने पुलिस और दूसरी भर्तियों में भी महिलाओं को 30 की बजाय 35 फीदसी आरक्षण दिए जाने का ऐलान किया है। बता दें कि शिक्षकों के पदों पर महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। सरकार बहन-बेटियों के स्कूल फीस का भी जिम्मा उठाएगी।
सीएम शिवराज ने ऐलान किया है कि पात्र महिलाओं को आजीविका मिशन से लोन की सुविधा दी जाएगी। वहीं इस पर पड़ने वाले ब्याज को सरकार भरेगी। महिलाओं को छोटे-मोटे उद्योग के लिए इंडस्ट्रियल एरिया में प्लॉट मिलेगा। ताकि महिलाओं की मासिक आय कम से कम 10 हजार रुपये हो जाए।
कांग्रेस भी नहीं है पीछे
बता दें कि ना सिर्फ भाजपा बल्कि कांग्रेस की नजरें भी महिला वोटरों पर है। ऐसे में जहां शिवराज सिंह चौहान ने महिलाओं के लिए इन सौगातों की घोषणा की। तो वहीं कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी नारी सम्मान योजना का ऐलान कर दिया। पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी राज्य में महिलाओं के लिए घोषणाओं की झड़ी लगा दी। उन्होंने 5 गारंटियों को 11 वचनों में बदल दिया है।
जानिए महिलाओं पर क्यों है फोकस
राज्य में महिलाओं पर सबसे ज्यादा फोकस की वजह चुनावी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ना है। बता दें कि यहां पर बीते कुछ सालों में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। वहीं चुनावों में भी महिलाओं की वोटिंग का प्रतिशत बढ़ा है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, इस समय राज्य में 5.39 करोड़ वोटर्स हैं। जिनमें से 2.60 करोड़ यानी 48 फीसदी से ज्यादा महिला मतदाता हैं। आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में पांच साल में 35 लाख से ज्यादा मतदाता बढ़े हैं।
जिनमें से 19 लाख महिला मतदाता और 16 लाख पुरुष मतदाता हैं। वहीं राज्य में 52 में से 41 जिलों में महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। कुछ सालों पहले तक की बात करें तो राज्य में एक हजार पुरुष मतदाता पर 926 महिला मतदाता हुआ करती थीं। लेकिन अब यह आंकड़ा 1000 पुरुषों पर 931 महिला मतदाताओं का हो गया है। वहीं चुनावों में महिला मतदाता की भागीदारी के आंकड़े भी काफी हैरान करने वाले हैं। साल 2018 में राज्य में 74 फीसदी महिलाओं ने वोट डाला था। जबकि साल 2013 में चुनाव के दौरान महिलाओं की 70 फीसदी वोटिंग थी। ऐसे में 5 साल के अंदर महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत 4 फीसदी बढ़ा है।