कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को पार्टी की ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ शुरू की। दोनों नेता अलग-अलग बस से यात्रा पर निकले।
मतदाताओं को लुभाने के लिए दोनों नेताओं ने यात्रा की शुरुआत ना केवल पूजा-अर्चना के साथ की, बल्कि दरगाह और ‘अनुभव मंतपा’ में भी प्रार्थना की।
‘अनुभव मंतपा’ लिंगायत समुदाय का एक महत्वपूर्ण तीर्थ है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धरमैया की अगुवाई वाली टीम उत्तर कर्नाटक क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करेगी, जबकि शिवकुमार दक्षिणी जिलों में जनता से संवाद करेंगे।
सिद्धरमैया के नेतृत्व वाली टीम में 35 नेता शामिल हैं, जिन्होंने बीदर जिले के बसवकल्याण से यात्रा शुरू की। सिद्धरमैया ने वहां ‘अनुभव मंतपा’ में 12वीं सदी के समाज सुधारक बसवेश्वर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, ‘‘बीदर जिले के बसवकल्याण में ‘जगज्योति बसवेश्वर’ के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ शुरू हुई।’’
बाद में, बसवकल्याण में जनसभा को संबोधित करते हुए सिद्धारमैया ने ‘‘विभाजनकारी मनुवाद’’ पर निशाना साधा, जिन्होंने समाज को जातियों के आधार पर बांटा।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ये लोग (भाजपा) विवेकानंद की पूजा करते हैं। लेकिन विवेकानंद ने ‘मनुवाद’ और ‘पुरोहित शाही’ को देश के लिए अभिशाप कहा था।’’
वहीं, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कुदुमलाई में प्राचीन गणपति मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद कोलार जिले के मुलबगल से यात्रा शुरू की।
शिवकुमार ने ट्वीट किया, ‘‘मुलबगल के कुदुमलाई में गणपति की पूजा की। मैंने प्रार्थना की कि ‘प्रजा ध्वनि यात्रा’ बिना किसी रूकावट के आगे बढ़ती रहे।’’
इसके बाद शिवकुमार मुलबगल स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पहुंचे और वहां से वह करीब में स्थित हजरत बाबा हैदर औलिया दरगाह गए और चादर चढ़ाई।
कर्नाटक में अगले कुछ माह में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं।