मध्यप्रदेश में इस साल के आखिरी तक विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर अभी से पार्टियों ने जोर-शोर से तैयारी करनी शुरू कर दी है। बता दें कि मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी और अन्य पार्टियां भी मैदान में है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने बताया कि इस साल के अंत तक में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ‘मध्यप्रदेश के भविष्य के निर्माण’ के एजेंडे के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी।
भविष्य के लिए लड़ेंगे चुनाव
हालांकि कमलनाथ ने इस बात से इंकार किया कि कांग्रेस पार्टी ने हिंदुत्व के एजेंडे पर विधानसभा चुनाव लड़ा। उन्होंने कहा कि पार्टी का एकमात्र एजेंडा राज्य के भविष्य को बेहतर बनाना है। उन्होंने कहा कि मुरैना में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य मध्य प्रदेश का भविष्य है और कुछ भी नहीं। वहीं प्रत्याशियों के चयन पर उन्होंने कहा कि सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन होगा। कमलनाथ ने बताया कि बहुत सारे दावेदार हर दिन उनसे टिकट के लिए मिल रहे हैं। लेकिन वह उन उम्मीदवारों को चुनेंगे, जो चुनाव जीत सकें।
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कमलनाथ ने बताया कि पार्टी की तरफ से सिर्फ उन प्रत्याशियों को टिकट दिया जाएगा। जो चुनाव को जीत सकते हैं। इसे दौरान उन्होंने यह नहीं बताया कि कांग्रेस पार्टी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट कब जारी करेगी। मुरैना में एक रैली को संबोधित करते हुए दिग्गज कांग्रेस नेता ने भाजपा की ‘जनदर्शन यात्रा’ को ‘जन सौदा यात्रा’ बताया। वहीं कमलनाथ ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर 50 प्रतिशत कमीशन के आरोपों को दोहराते हुए कहा कि राज्य में हर व्यक्ति या तो भ्रष्टाचार का शिकार है, या फिर भ्रष्टाचार का गवाह है।
बड़े नेताओं को किया किनारे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पांढुर्णा को जिला बनाने की घोषणा पर कमलनाथ ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह पिछले 10 सालों से यह घोषणा कर रहे हैं। राज्य की जनता सीएम के वादों से भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा कि वह दुखी हैं कि राज्य में कई बड़े नेताओं की उपेक्षा की जा रही है और उनको दरकिनार किया जा रहा है।