राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पेश बजट को सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं ने मील का नया पत्थर बताते हुए कहा कि इससे सभी वर्गों के उत्थान के साथ समावेशी विकास, महंगाई पर नियंत्रण और औद्योगिक क्रांति की राह प्रशस्त होगी। हालांकि भाजपा ने बजट को जनता को झांसा देने वाला बताया है।
शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने बजट को प्रदेश की जनता के प्रति सरकार की संवेदनशीलता और जवाबदेही की दिशा में मील का नया पत्थर बताया है। उन्होंने कहा इससे सभी वर्गों के उत्थान के साथ समावेशी विकास, महंगाई पर नियंत्रण और औद्योगिक क्रांति की राह प्रशस्त होगी।
आयुर्वेद राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐसा बजट प्रस्तुत किया है जो एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा की राशि और दुर्घटना बीमा की राशि को बढ़ाकर आमजन को बहुत बड़ी राहत दी है।
विधानसभा के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि ‘‘ यह बजट महंगाई से लडने वाला बजट है। महंगाई से जनता को मुक्त करने वाला बजट है। बजट में गैस सिलेंडर में भी सब्सिडी दी गयी है और 100 यूनिट तक बिजली भी निशुल्क दी गई है। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में जो 10 लाख रुपये तक का इलाज निशुल्क था , वह अब 25 लाख तक का होगा।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने बजट-2023 में बचत, राहत और बढ़त की प्रतिबद्धता के साथ जन-जन की आशा और आकांक्षा को पूर्ण किया है।
उन्होंने कहा ‘‘यह लोक कल्याण, युवा, कार्मिक और कृषि समर्पित समावेशी बजट है।’’
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि बजट में लोकनीति का अभाव और राजनीति का प्रभाव है और उसमें विकास का विजन नहीं,चुनाव का सीजन दिखाई देता है।
उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस अपने जन्म से ही लोगों को झूठे सपने दिखाती आ रही है। बजट में युवाओं को भ्रमित करने का प्रयास किया गया है।’’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा, ‘‘राजस्थान बजट 2023 प्रदेश की जनता को झांसा देने वाला है, कांग्रेस सरकार ने ऐतिहासिक जादूगरी दिखाते हुए पेपर लीक की तरह बजट भी लीक कर दिया।’’
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि बजट में की गई घोषणाओं में कोई भी जमीन पर नहीं उतरेगी।
प्रतिपक्ष भाजपा के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा सरकार ने बजट के माध्यम से चुनाव की वैतरणी पार करने के लिये ताबड़तोड़ घोषणाएं कर डाली , यह कोल कल्पित भावनाओं पर है।