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Exit Polls पर TV कार्यक्रमों से कांग्रेस ने बनाई दूरी, पवन खेड़ा बोले- TRP के खेल का कोई औचित्य नहीं

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 1 जून को आखिरी और सातवें चरण का मतदान समाप्त होने के साथ ही टीवी पर विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल दिखाने शुरू भी कर दिए जाएंगे। टीवी चैनलों पर डिबेट भी होता है जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल होते हैं। 1 जून को लोकसभा चुनाव 2024 का एग्जिट पोल विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित किए जाएंगे। हालांकि, कांग्रेस ने इसको लेकर होने वाले डिबेट से दूरी बना ली है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इसको लेकर एक एक्स पोस्ट किया है। 
 

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पवन खेड़ा ने इसमें लिखा कि आगामी एग्जिट पोल डिबेट्स में पार्टी द्वारा भाग ना लिये जाने के निर्णय पर हमारा वक्तव्य: उन्होंने लिखा कि मतदाताओं ने अपने मत दे दिया है एवं मतदान के परिणाम मशीनों में बंद हो चुके हैं। 4 जून को परिणाम सबके सामने होंगे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नज़रों में परिणाम घोषित होने से पहले किसी भी तरह के सार्वजनिक अनुमान लगा कर घमासान में भाग ले कर टीआरपी के खेल का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी बहस का मक़सद दर्शकों का ज्ञानवर्धन करना होता है। कांग्रेस पार्टी 4 जून से डिबेट्स में फिर से सहर्ष भाग लेगी।
 

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ईसीआई मतदान प्रक्रिया के दौरान एग्जिट पोल आयोजित करने पर रोक लगाता है, लेकिन आखिरी वोट डाले जाने के 30 मिनट बाद उन्हें प्रकाशित करने की अनुमति होती है। नियमों के मुताबिक, एग्जिट पोल के आंकड़े 1 जून यानी आखिरी दौर के मतदान की शाम 6:30 बजे से पहले जारी नहीं किए जा सकते। यह जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126 ए द्वारा शासित है। आरपी अधिनियम, 1951 की धारा 126ए में कहा गया है कि इस संबंध में चुनाव आयोग द्वारा अधिसूचित अवधि के दौरान कोई भी व्यक्ति कोई भी एग्जिट पोल आयोजित नहीं करेगा और प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से एग्जिट पोल के परिणाम को प्रकाशित या प्रचारित नहीं करेगा या किसी अन्य तरीके से प्रसारित नहीं करेगा। फिर भी, कई टीवी चैनल चुनाव के आखिरी चरण के ख़त्म होने से पहले ही एग्ज़िट पोल को अलग नाम या शीर्षक से प्रकाशित करना शुरू कर देते हैं, शायद इस जिज्ञासा के कारण कि कौन सी पार्टी संभावित विजेता हो सकती है। 

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