राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में आगामी चुनाव की रणनीति के हिसाब से सरकार कई बड़े ऐलान भी कर रही है। राजस्थान में इस वक्त कांग्रेस की सरकार है। कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष राजनीति के लिए जानी जाती है। लेकिन राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 2 मुस्लिम विधायकों ने कुछ ऐसे बयान दिए हैं जिसको लेकर अब चर्चा खूब हो रही है। विधानसभा में बोलते हुए कांग्रेसी विधायक साफिया जुबेर ने खुद को और मेव समाज को राम और कृष्ण का वंशज बताया। उन्होंने कहा कि मैं और मेव लोग अलवर, भरतपुर, नूंह और थोड़ा मथुरा में बसते हैं जहां भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने भी इतिहास में देखा तो उसमें यह निकल कर आया कि मेव तो राम और कृष्ण के वंशज हैं। चाहे धर्म परिवर्तन हो गया हो लेकिन खून तो आदमी का कभी नहीं बदलता। खून तो हमें में राम और कृष्ण का ही है। कांग्रेस विधायक ने यह भी कहा कि बार-बार पिछले कहने की जरूरत नहीं है। मेव नहीं, उनको मेवा समझे। आज हम तीन विधायक पहुंचे हैं। आगे और भी लोग तरक्की करके पहुंचेंगे। 10 साल में देखना हम कहां पहुंचते हैं। वहीं, कांग्रेस विधायक अमीन खान ने भी बड़ा बयान दिया है। अमीन खान ने कहा कि अगर 30 अक्टूबर 1984 के बाद से हम तो इस देश को सेक्युलर मानते ही नहीं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि 1984 को ही सेक्युलर का खात्मा हो गया था।
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कांग्रेस विधायक ने कहा कि अब तो वक्त गुजारते हैं। इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर यह हिंदू राष्ट्र हो जाएगा तब भी हम को कोई मारेगा नहीं। हम हिंदू धर्म को अच्छे से जानते हैं, हिंदू भी दूसरे इंसान की रक्षा करेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि या धर्मनिरपेक्षता कागजों में है। राजस्थान में हर स्कूल में आज एक संप्रदाय के नाम की पूजा से कार्यक्रम शुरू होते हैं। यह धर्मनिरपेक्ष देश की मजबूती का निशान नहीं है।