Breaking News

Jammu and Kashmir में कांग्रेस ने ‘सत्याग्रह’रैली का आयोजन किया

कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाके आरएस पुरा में मंगलवार को विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया और अडाणी मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित ‘चुप्पी’ को लेकर उनपर तीखा हमला किया।
यह रैली ‘जनता के धन की लूट’ और अडाणी मुद्दे को लेकर कांग्रेस द्वारा शुरू ‘सत्याग्रह’ अभियान के तहत आयोजित की गई थी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की जम्मू-कश्मीर प्रभारी रजनी पाटिल ने कार्यकर्ताओं को यहां संबोधित किया। उन्होंने अडाणी मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की विपक्ष की मांग को स्वीकार नहीं किए जाने को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।

गौरतलब है कि अमेरिकी संस्था हिंडनबर्ग रिचर्स ने अपनी रिपोर्ट में अडाणी समूह पर लेनदेन में धोखाधड़ी करने और शेयर मूल्यों में छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। हालांकि, अडाणी समूह ने आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा कि वह सभी कानूनों का अनुपालन करता है और जरूरी जानकारी नियामकों को मुहैया कराता है।
पाटिल ने आरोप लगाया कि सरकार बंदरगाह, हवाई अड्डा और अन्य कारोबार करने वाले अडाणी समूह में मुखौटा कंपनियों द्वारा 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने के आरोपों पर चुप है। उन्होंने कहा कि यह देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।

पाटिल ने आरोप लगाया कि देश की संपत्ति बेची जा रही है और आम लोगों के पैसों को ‘नेताओं और कारोबारियों की साठगांठ वाली व्यवस्था’ के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है और विपक्ष की आवाज को विभिन्न तरीकों से कुचला जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल वानी ने ‘बदले की राजनीति’ के लिए भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सरकार को देश का लोकतांत्रिक माहौल नष्ट करने नहीं देगी।
वानी ने कहा कि सीमावर्ती लोगों के ‘डीएनए’ में कांग्रेस है क्योंकि वे धर्मनिरपेक्षता और भाईचारा में विश्वास करते हैं, उन्होंने हमेशा पाकिस्तान और विभाजनकारी ताकतों के मंसूबों को नाकाम किया है।

Loading

Back
Messenger