कांग्रेस नेता और कर्नाटक के आईटी मंत्री प्रियांक खरगे ने मंगलवार को विश्वास प्रकट किया कि तेलंगाना में उनकी पार्टी सत्ता में आएगी तथा सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) द्वारा लूटे गये पैसे (लोगों को) लौटाकर अपनी छह चुनावी गारंटी लागू करेगी।
उन्होंने बीआरएस के इस आरोप का खंडन भी किया कि कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा किये गये वादे नहीं पूरे किये जा रहे हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर तेलंगाना में के चंद्रशेखर राव की अगुवाई वाली बीआरएस सरकार पर प्रहार करते हुए प्रियांक खरगे ने बीआरएस को ‘भ्रष्ट राष्ट्र समिति’ नाम से पुकारा।
खरगे ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ जब विभिन्न योजनाओं के बारे में आप कैग रिपोर्ट एवं विभिन्न योजनाओं संबंधी रिपोर्ट पढ़ते हैं तो यह बिल्कुल स्पष्ट हो जाता है कि बीआरएस भारत राष्ट्र समिति नहीं, बल्कि ‘भ्रष्ट राष्ट्र समिति’ है।
जब यह टीआरएस (तेलंगाना राष्ट्र समिति) थी तब उसका भ्रष्टाचार तेलंगाना तक सीमित था। जब (दिल्ली में) शराब ‘घोटाला’ हुआ, तब उसे मालूम था कि वह हर जगह ‘भ्रष्टाचार’ कर सकती है, इसलिए उसने अपना नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर लिया, जो वस्तुत: ‘भ्रष्ट राष्ट्र समिति’ है।’’
जब कांग्रेस नेता का ध्यान बीआरएस नेताओं के इन आरोपों की ओर दिलाया गया कि कर्नाटक में कांग्रेस अपनी पांच गारंटी पूरी करने में विफल रही और वह तेलंगाना में भी अपनी छह गारंटी पूरी नहीं कर पाएगी तब उन्होंने कहा, ‘‘ सर्वप्रथम, उन्होंने (बीआरएस के नेताओं ने) तेलंगाना के लोगों से जो पैसे लूटे हैं, उन्हें राज्य के लोगों को लौटाया जाएगा तथा अपने आप ही छह गारंटी पूरी हो जाएंगी।’’
उन्होंने कहा कि यदि तेलंगाना के मुख्यमंत्री या बीआरएस के किसी भी नेता कोकर्नाटक में कांग्रेस द्वारा पांच गारंटी लागू करने के बारे में कोई संदेह है तो यह सबसे पुरानी पार्टी उनकी कर्नाटक यात्रा के लिए बस का इंतजाम कर देगी और वे खुद ही यह पक्का कर सकते हैं (कि कैसे वादे पूरे किये जा रहे हैं)। प्रियांक खरगे ने कहा, ‘‘ हमें (तेलंगाना में विधानसभा चुनाव जीतने का) पूरा विश्वास है।’’
तेलंगाना में कांग्रेस नेताओं पर आयकर विभाग के छापे के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ (छापेमारी का) समय तो देखिए। भाजपा द्वारा विपक्ष को डराने की यह मानक संचालन प्रक्रिया है। भाजपा यहां बीआरएस के इशारे पर काम करती है।