कर्नाटक के बेलगावी में अपनी ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ रैली से पहले, कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि संविधान पर हमला हो रहा है और अपनी मांग दोहराई कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को स्वतंत्रता आंदोलन पर दिए गए राष्ट्रविरोधी बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। विपक्षी दल ने यह भी दावा किया कि महात्मा गांधी का अपमान किया जा रहा है और बीआर अंबेडकर पर हमला किया जा रहा है।
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कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि कल कांग्रेस की जय बापू, जय भीम, जय संविधान रैली बेलगावी में होगी। यह 27 दिसंबर, 2024 को होना था लेकिन डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। बेलगावी में ही महात्मा गांधी ने 26 दिसंबर, 1924 को कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था। आज महात्मा गांधी का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर पर हमला किया जा रहा है। भारत के संविधान और उसके मूल्यों पर आक्रमण हो रहा है।
जयराम रमेश ने कहा कि बेलगावी रैली महात्मा गांधी और डॉ. अंबेडकर की विरासत को संरक्षित करने और उन्हें आगे ले जाने के कांग्रेस के दृढ़ संकल्प की पुष्टि है। इसके बाद 27 जनवरी को डॉ. अंबेडकर की जन्मभूमि महू में भी इसी तरह की रैली होगी। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत को 14 जनवरी 2025 को स्वतंत्रता आंदोलन को लेकर दिए अपने घृणित और राष्ट्र-विरोधी बयान के लिए माफी मांगनी होगी। केंद्रीय गृह मंत्री को 17 दिसंबर, 2024 को संसद में डॉ. अंबेडकर पर की गई अपनी अपमानजनक टिप्पणी के लिए इस्तीफा देना होगा और माफी मांगनी होगी।
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कांग्रेस ने बार-बार यह भी आरोप लगाया है कि शीतकालीन सत्र के दौरान संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी से पता चलता है कि भाजपा और आरएसएस नेताओं को अंबेडकर के प्रति बहुत नफरत है और उनसे माफी की मांग की गई है। पार्टी के एक परिपत्र में कहा गया था कि महू में रैली संविधान की 75वीं वर्षगांठ और भारत के गणतंत्र की स्थापना के साथ-साथ सत्तारूढ़ शासन द्वारा बाबासाहेब अंबेडकर की विरासत पर कथित हमले का जश्न मनाएगी।