पश्चिम बंगाल के अलीपुर सीजेएम कोर्ट ने जावेद मुंशी को 31 दिसंबर तक ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है। जावेद मुंशी को जम्मू-कश्मीर पुलिस और बंगाल पुलिस की एक संयुक्त टीम ने रविवार को गिरफ्तार किया। मुंशी पर आतंकी संगठन ‘तहरीक-ए-मुजाहिदीन’ का सदस्य होने का संदेह है। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले से मुंशी की गिरफ़्तारी की गयी है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी में प्रतिबंधित तहरीक-ए-मुजाहिदीन संगठन के सदस्य होने के संदेह में जावेद मुंशी को जम्मू-कश्मीर पुलिस और बंगाल पुलिस की एक संयुक्त टीम ने कैनिंग अस्पताल के पास से पकड़ा। उन्होंने बताया कि जावेद ने दावा किया कि वह निजी कारणों से कैनिंग कस्बे में अपने एक रिश्तेदार के घर गया था।
#WATCH | West Bengal | Alipore CJM court sent Javed Munshi, suspected to be a member of the outlawed ‘Tehreek-e-Mujahideen’ outfit in Kashmir to a transit remand up to 31st December as sought by J&K Police
Javed Munshi was apprehended in a joint operation by J&K police and West… pic.twitter.com/vOkTtx8adc
— ANI (@ANI) December 22, 2024
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जावेद घाटी में कथित तौर पर विध्वंसक गतिविधियों में शामिल रहा है और जम्मू-कश्मीर पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी। अधिकारी ने बताया कि तहरीक-ए-मुजाहिदीन को पाकिस्तान से नियंत्रित किया जाता है और घाटी, पाकिस्तान और बांग्लादेश में अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ उसके संपर्क हैं।
जावेद के परिजनों ने कहा कि वह श्रीनगर का निवासी है, लेकिन उन्हें उसके किसी आतंकी संगठन से संबंध के बारे में जानकारी नहीं है और अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो कानून को अपना काम करना चाहिए।
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बता दें, यह गिरफ्तारी हाल में आतंकवादी संगठन अंसार-अल-इस्लाम बांग्लादेश के आठ संदिग्ध सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद हुई है, जो पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी को पूर्वोत्तर राज्यों से जोड़ने वाले ‘चिकन नेक’ को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से दो मुर्शिदाबाद जिले के थे और बंगाल, केरल व असम पुलिस द्वारा पकड़े गए आठ लोगों के समूह का हिस्सा थे।