नोएडा। जनवरी धर्म पूछकर एक बुजुर्ग से मारपीट करने के मामले की जांच गौतम बुद्ध नगर पुलिस आयुक्तालय की अपराध शाखा करेगी। उच्चतम न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है।
करीब डेढ़ वर्ष पहले हुई घटना के संबंध में मामला दर्ज नहीं करने के कारण नोएडा पुलिस आयुक्तालय की किरकिरी हो रही है और अब नोएडा पुलिस को इसकी जांच से अलग कर दिया गया है तथा पुलिस आयुक्तालय की अपराध शाखा को जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरीश चंदर ने बताया कि दिल्ली के जामिया मिल्लिया क्षेत्र के जाकिर नगर में रहने वाले कजीम अहमद ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि चार जुलाई, 2021 को अपनी भांजी की शादी में शामिल होने के लिए वह दिल्ली से अलीगढ़ जा रहे थे।
वह दिल्ली से नोएडा के सेक्टर 37 बस स्टैंड पहुंचे और अलीगढ़ जाने के लिए वाहन का इंतजार करने लगे, तभी उन्हें कार में सवार कुछ लोग मिले, जिन्होंने उन्हें अलीगढ़ छोड़ने की बात कही।
अहमद का आरोप है कि कार में सवार लोगों ने कुछ देर बाद उनका धर्म पूछा और उनसे मारपीट शुरू कर दी। उनकी दाढ़ी नोची तथा उन्हें निर्वस्त्र करके उन्हें अपमानित किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पेचकस से उनकी आंख फोड़ने का प्रयास किया।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि 15 जनवरी, 2023 को पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज की। उन्होंने कहा कि इस मामले की विभागीय जांच की जा रही है। अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इसे भी पढ़ें: Kerala: सौतेली नाबालिग बेटी से बलात्कार के मामले में एक व्यक्ति को कुल 40 साल की सजा
पीड़ित परिवार से अपराध शाखा के अधिकारियों ने मुलाकात की तथा उनके बयान दर्ज किए हैं। कजीम अहमद मामले में उच्चतम न्यायालय के कड़ा रुख अपनाने और उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को तलब किए जाने के बाद यह मामला दर्ज हुआ है।
वहीं, पीड़ित काजिम के भाई गनी मुस्तफा ने बताया कि उनके भाई के साथ हुई घटना का उन लोगों ने चौकी स्तर से लेकर थाना और पुलिस के बड़े अधिकारियों तक शिकायत की, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। आखिरकार उन्होंने उच्चतम न्यायालय का रुख किया।