नवी मुंबई के एक चिकित्सक को धन शोधन और आतंकवाद से जुड़े एक झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर साइबर जालसाजों के गिरोह ने उससे 26.52 लाख रुपये की ठगी की है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
नवी मुंबई के साइबर पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक गजानन कदम ने बताया कि 26 अगस्त को घनसोली निवासी चिकित्सक को जालसाजों ने खुद को सीमा शुल्क अधिकारी बताकर फोन किया।
उन्होंने चिकित्सक को बताया कि उन्होंने दुबई एक पार्सल भेजा है जिसमें पुलिस की वर्दी और मादक पदार्थ सहित आपत्तिजनक सामान है।
पीड़ित ने इसी थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी।
कदम ने शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि जालसाजों ने उन्हें यह भी बताया कि वे उनके मामले को मुंबई के अंधेरी इलाके के एक पुलिस थाने में भेज रहे हैं। जालसाजों ने दावा किया कि उनका बैंक खाता आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और उसमें लूट का पैसा है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जालसाजों ने पीड़ित को धमकी दी कि उन्हें देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पीड़ित को मनगढ़ंत आरोपों को निपटाने और कथित धन शोधन के मुद्दों को रफा दफा करने के लिए विभिन्न बैंक खातों में 26.52 लाख रुपये ऑनलाइन माध्यम से भेजने के लिए मजबूर किया गया।
हालांकि गिरोह ने और अधिक पैसे की मांग जारी रखी। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित ने साइबर पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया।
निरीक्षक ने बताया कि पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात जालसाजों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और उनका पता लगाने तथा चोरी की गई धनराशि की बरामदगी के लिए जांच शुरू कर दी है।