भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात बिपारजॉय ने गुजरात में दस्तक देना शुरू कर दिया है और यह प्रक्रिया आधी रात तक जारी रहेगी। स्थिति से निपटने के लिए सेना, नौसेना और एनडीआरएफ की कई टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। IMD महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि फिलहाल यह 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। कच्छ, सौराष्ट्र में लैंडफॉल शुरू हो गया है। सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश हो रही है, आगे और तेज बारिश की संभावना है। मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा।
इससे पहले IMD, गुजरात की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय फिलहाल जखाऊ पोर्ट से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। यह उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए कच्छ, सौराष्ट्र को पार करने वाला है। इसकी रफ्तार 115-125 किमी प्रति घंटा होने वाली है। शाम से मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा। द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से टाटा केमिकल्स के पास सड़क पर एक शेड गिर गया। एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है। जामनगर में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। तटीय क्षेत्रों पर ऊंची लहरें उठ रहीं हैं।आईएमडी ने कहा कि चक्रवात अत्यधिक भारी वर्षा लाएगा और ‘‘खगोलीय ज्वार’’ पैदा होने के चलते 2-3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं, जिसके चलते चक्रवात के टकराने के दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका है।
गुजरात के प्राचीन द्वारकाधीश मंदिर को चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मद्देनजर दर्शनार्थियों के लिए बृहस्पतिवार कोबंद कर दिया गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। द्वारकाधीश मंदिर समूह अपने बाहरी परिसर के साथ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत एक संरक्षित स्थल है। देवभूमि द्वारका जिले की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, द्वारका में मुख्य मंदिर को ‘जगत मंदिर’ या ‘त्रिलोक सुंदर’ के रूप में जाना जाता है।
#WATCH | Gujarat | Trees uprooted and hoardings fell in Dwarka, as strong winds hit the district under the impact of #CycloneBiparjoy. pic.twitter.com/VUFFQp56CI