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दिल्ली के दो मंत्री सत्येंद्र जैन और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इन दिनों इस्तीफा देने के बाद जेल की सलाखों के पीछे है। इस मामले पर अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का भी बयान आया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दुरुपयोग से लेकर प्रधानमंत्री की कार्यशैली पर भी सवाल उठा दिए है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि देश के किसी भी राज्य में भारतीय जनता पार्टी के अलावा किसी अन्य पार्टी की सरकार होती है तो वहां पार्टी को ठीक से काम करने की अनुमति नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि ये स्थिति बेहद खतरनाक है। उन्होंने कहा कि चुनाव में हम लड़ते हैं मगर बाद में सभी को मिलकर सरकार बनाकर काम करना होता है, ये प्रक्रिया ठीक से चले इसकी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री की होती है। मगर पीएम ने ये तय कर लिया है कि अगर उनकी पार्टी की सरकार नहीं बनती है तो वो किसी अन्य पार्टी को भी राज्य में काम करने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी के अलावा किसी अन्य पार्टी की सरकार बनती है तो उन पार्टी के नेताओं के पीछे ईडी और सीबीआई को लगा दिया जाता है ताकि नेताओं को गिरफ्तार किया जा सके। नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है, ताकि जहां भी बीजेपी की सरकार नहीं है उन राज्यों में सरकार गिरे और बीजेपी को सरकार बनाने का मौका मिले। उन्होंने गोवा और कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों में भी ऐसे ही उदाहरण देखने को मिले है।
केजरीवाल ने सीधे तौर पर कहा की ईडी से लेकर सीबीआई सभी के नाम पर गैर बीजेपी शासित राज्यों के नेताओं को डराया जाता है। हालांकि इन नेताओं को राहत तभी मिलती है जब ये खुद जाकर बीजेपी का दामन थाम लेते है वरना उन्हें परेशान करने का सिलसिला जारी रहता है।
हिमंत बिस्वा का दिया उदाहरण
केजरीवाल ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का उदाहरण देते हुए कहा कि उनपर सीबीआई और ईडी के कई मामले थे मगर बीजेपी में आने के बाद से ही उनपर किसी तरह के मामले नहीं है। वो सारधा कांड में भी फंसे हुए थे मगर अब उन पर से सभी मालमे खत्म कर दिए गए है।