यमुना नदी में पानी के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने दिल्ली में जरूरी सेवाएं देने वाले सरकारी कार्यालयों से इतर अन्य कार्यालय, स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद रखने के बृहस्पतिवार को निर्देश दिए।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यमुना का पानी दिल्ली के कई इलाकों में फैल जाने के मद्देनजर राहत कार्य तेज कर दिये गये हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शहर में निजी कार्यालयों को सलाह दी गई है कि वे कर्मचारियों को घरों से काम करने को कहें।ये निर्णय यहां बृहस्पतिवार को उप राज्यपाल सचिवालय में डीडीएमए की बैठक में लिए गए।
बचाव कार्यों में प्रशासन की मदद के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 12 दल तैनात किये गये हैं जिनके पास नौकाएं, रस्सी और अन्य उपकरण हैं।उप राज्यपाल वी के सक्सेना की अध्यक्षता में हुई डीडीएमए की बैठक में भाग लेने के बाद केजरीवाल ने कहा कि अब तक 20,000 से अधिक लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
शहर में पेयजल की भी कमी हो गयी है क्योंकि दिल्ली सरकार ने यमुना का जलस्तर बढ़ने के कारण वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला में तीन जल शोधन संयंत्रों को बंद करने का और आपूर्ति 25 प्रतिशत कम करने का फैसला किया है।
अधिकारियों ने बताया, ‘‘कश्मीरी गेट के आस-पास के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को रविवार तक बंद रखने के लिए कहा गया है।आईएसबीटी तक आने वाली बसें सिंघू बॉर्डर पर ही रुकेंगी और डीटीसी की बसें यात्रियों को वहां से लाएंगी।’’यमुना का जल स्तर बढ़ने से बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में पानी भर गया, जहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्रिमंडल और अन्य वरिष्ठ नौकरशाहों के कार्यालय हैं।