डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और बलात्कार मामले में दोषी राम रहीम सिंह 21 दिन की ‘फरलो’ (छुट्टी) मिलने के बाद मंगलवार को हरियाणा के रोहतक जिले में स्थित सुनारिया जेल से बाहर आ गया। हम आपको बता दें कि इस साल जेल से गुरमीत राम रहीम सिंह की तीसरी अस्थायी रिहाई है। डेरा प्रमुख 30 जुलाई को 30 दिन की पैरोल पर सुनारिया जेल से बाहर आया था। डेरा प्रमुख को जनवरी में 40 दिन की पैरोल दी गई थी। पिछले साल अक्टूबर में भी उसे 40 दिन की पैरोल दी गई थी।
बताया जा रहा है कि गुरमीत राम रहीम सिंह दोपहर दो बजे जेल से बाहर आया। अस्थायी रिहाई की अवधि के दौरान गुरमीत राम रहीम सिंह उत्तर प्रदेश के बागपत के बर्नावा में स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में रहेगा। हम आपको बता दें कि डेरा सच्चा सौदा का मुख्यालय हरियाणा के सिरसा में है। गुरमीत राम रहीम सिंह ने फरलो के लिए आवेदन किया था। वह अपनी दो शिष्या से बलात्कार के लिए 20 वर्ष के कारावास की सजा काट रहा है।
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इस बीच, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने डेरा प्रमुख को 21 दिन का फरलो देने के हरियाणा सरकार के कदम पर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि वह बलात्कार और हत्या जैसे जघन्य अपराधों के लिए सजा काट रहा है। हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इससे सिख समुदाय के बीच अविश्वास के माहौल को बढ़ावा मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि डेरा प्रमुख को बार-बार जेल से अस्थायी रिहाई दी जा रही है, लेकिन सरकारें ‘बंदी सिंह’ (सिख कैदियों) की रिहाई के लिए सिख समुदाय द्वारा उठाई गई आवाज नहीं सुन रही हैं।
दूसरी ओर, मारे गये पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने भी गुरमीत राम रहीम सिंह के बार-बार जेल से बाहर आने पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यह हमारी न्यायिक व्यवस्था के साथ क्रूर मजाक की तरह है।