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देवेगौड़ा ने विजयेंद्र से भ्रम की स्थिति पैदा किये बिना मिलकर चुनाव लड़ने को कहा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने सोमवार को कहा कि जनता दल (सेक्युलर) के संरक्षक एच डी देवेगौड़ा ने उनसे कहा है कि दोनों दलों को भ्रम की स्थिति पैदा किए बिना मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए।
विजयेंद्र ने शिष्टाचार मुलाकात के तहत देवेगौड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा तथा बसवराज बोम्मई से मुलाकात की।
भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा के छोटे बेटे विजयेंद्र को 10 नवंबर को इस पद पर नियुक्त किया गया था और वह 15 नवंबर को औपचारिक रूप से पदभार संभालेंगे।
विजयेंद्र ने गौड़ा से पद्मनाभ नगर स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान विजयेंद्र ने उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया और उन्हें शॉल, माला तथा गुलदस्ता भेंट किया।

जद (एस) सितंबर में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हो गई थी और कहा था कि दोनों दल जल्द ही कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देंगे।
बाद में, विजयेंद्र ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि गौड़ा खुश थे कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है और उन्हें अपने पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की तरह राज्य भर का दौरा करना चाहिए।
भाजपा के राज्य प्रमुख ने कहा, उन्होंने (देवेगौड़ा) मुझसे कहा कि किसी भी भ्रम की स्थिति पैदा किये बिना भाजपा और जद (एस) को आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ना चाहिए, समस्याओं कासौहार्दपूर्ण ढंग से हल करना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए।
भाजपा और उसके सहयोगी ने लोकसभा चुनाव में अधिकतम सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।

विजयेंद्र के अनुसार गौड़ा ने कहा कि अगले साल का चुनाव महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश के भविष्य से जुड़ा है।
गौड़ा (90) ने राजनीति में ज्यादा से ज्यादा युवाओं को लाने पर भी जोर दिया।
बोम्मई से उनके आवास पर मुलाकात के बाद विजयेंद्र ने संवाददाताओं से कहा कि बोम्मई ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह लोकसभा चुनाव के लिए उनके नेतृत्व में पार्टी के प्रचार के लिए पूरे कर्नाटक की यात्रा करेंगे।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘दीपावली के अवसर पर मैंने पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता बसवराज बोम्मई से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया और उनसे निरंतर मार्गदर्शन करने का अनुरोध किया।’’
शिकारपुरा सीट से पहली बार विधायक चुने गये विजयेंद्र के अनुसार, बोम्मई खुश हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने एक बेहतर निर्णय लिया जिससे राज्य की भाजपा इकाई को बड़ा लाभ होगा।

विजयेंद्र ने कहा, ‘‘उन्होंने (बोम्मई) कहा कि वह हमेशा हमारे साथ रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देश के भविष्य को आकार देगा। हमें एकजुट होकर मुकाबला करना होगा। उन्होंने कहा कि वह मेरे नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने के लिए राज्यभर की यात्रा करेंगे।’’
विजयेंद्र ने कहा कि उन्होंने बुधवार को औपचारिक रूप से कार्यभार संभालने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने का बोम्मई से अनुरोध किया है।
अपनी नियुक्ति पर विजयेंद्र ने कहा कि यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने लिया।
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने पार्टी के हित में निर्णय लिया।

मैं पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में हूं और हर कोई खुश है। कोई भी गलत निष्कर्ष निकालना अनुचित है।’’
विजयेंद्र ने पूर्व मुख्यमंत्री 91 वर्षीय कृष्णा से भी मुलाकात की। कृष्णा 45 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद 2017 में भाजपा में शामिल हो गये थे।
कृष्णा 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री, 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल और 2009 से 2012 तक विदेश मंत्री थे।
कृष्णा ने इसी साल जनवरी में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की थी।

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