बुधवार को राजस्थान की वित्त मंत्री व डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने बजट पेश किया। जारी इस बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने और विकास कार्यों के लिए 975 करोड़ रुपए की घोषणाएं की है। तो वहीं, आदिवासी बाहुल्य इलाके के धार्मिक स्थानों को 100 करोड़ की लागत से ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट विकसित किए जाने की घोषणा की है। जिसमें चित्तौड़गढ़ जिले मातृकुंडिया, बांसवाड़ा जिले की मानगढ़ धाम और त्रिपुरा सुंदरी, प्रतापगढ़ के गौतमेश्वर मंदिर, सीता माता अभ्यारण, उदयपुर जिले के ऋषभदेव सहित कई प्रमुख स्थलों को शामिल किया गया है।
कुल 975 करोड़ रुपए की हुई घोषणा
बजट में धार्मिक पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 975 करोड़ रुपए के विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्यों की घोषणा की है। इसके तहत प्रदेश में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म स्थलों का भी विकास किया जाएगा।
गवरी देवी कला केन्द्र
बीकानेर में लोक गायकों एवं संगीतकारों के लिए गवरी देवी कला केन्द्र की स्थापना।
जयपुर अल्बर्ट हॉल म्यूजियम
जयपुर अल्बर्ट हॉल म्यूजियम के विकास के लिए 25 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
आयोजित होंगे सांस्कृतिक महोत्सव
राजधानी के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोविंददेवजी मंदिर में सालभर कला महोत्सव आयोजित किए जाएंगे, जिस पर 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
ट्रैवल मार्ट की अहम भूमिका
पर्यटन और कला के क्षेत्र में ट्रैवल मार्ट की अहम भूमिका को देखते हुए जयपुर, जोधपर और उदयपुर में ट्रैवल मार्ट का आयोजन किया जाएगा।
इवेंट और वेडिंग टूरिज्म को बढ़ावा
वेडिंग और इवेंट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्यों के लिए 125 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म
हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं को आवश्यक स्किल अपग्रेडेशन की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए संभाग स्तर पर हॉस्पिटैलिटी स्किल सेंटर पर 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
आईकॉनिक डेस्टिनेशन
हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईकॉनिक डेस्टिनेशन के लिए जैसलमेर किला, बारां का शेरगढ़ किला, जयपुर का आमेर और नाहरगढ़ सहित कई प्रमुख स्थलों को शामिल किया गया है।
नाइट टूरिज्म को बढ़ावा
प्रदेश में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए जयपुर, उदयपुर जैसलमेर, भरतपुर, बीकानेर, और अलवर के प्रमुख पर्यटन स्थलों और हेरिटेज स्मारकों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
दीपावली, होली एंव रामनवमी जैसे प्रमुख त्योहार
600 मंदिरों पर दीपावली, होली एंव रामनवमी जैसे प्रमुख त्योहारों पर विशेष साज-सज्जा और आरती आदि कार्यक्रमों के आयोजन के लिए 13 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। राजस्थान सरकार की ये घोषणाएं धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।