महाराष्ट्र के मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता नितेश राणे ने रविवार को सवाल किया कि क्या शिवसेना (उबाठा) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के उस बयान पर प्रतिक्रिया देने से पहले पत्नी रश्मि ठाकरे से सलाह ली थी, जिससे दोनों चचेरे भाइयों के बीच सुलह की अटकलें तेज हो गई हैं।
पिछले कुछ दिन में राज और उद्धव ने संभावित सुलह की अटकलों को हवा दी है और ऐसे बयान दिए हैं जिनसे संकेत मिलता है कि वे मामूली मुद्दों को नजरअंदाज करके महाराष्ट्र और मराठी मानुष के हित में हाथ मिला सकते हैं।
राणे ने एक हिंदी समाचार चैनल से बातचीत में कहा, “आपको उद्धव ठाकरे से पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने मनसे के साथ हाथ मिलाने से पहले रश्मि ठाकरे की अनुमति ली है। ऐसे फैसलों में उनकी राय अधिक मायने रखती है।”
मंत्री ने आरोप लगाया कि यह रश्मि ठाकरे ने ही राज ठाकरे को शिवसेना से बाहर निकालने में मुख्य भूमिका निभाई थी, जबकि उस समय दोनों चचेरे भाइयों के बीच कोई बड़ा मतभेद नहीं था।
शिवसेना (उबाठा) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के एक साथ आने की संभावना पर राणे ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति ने जोरदार जीत हासिल की है। उन्होंने कहा, “इसलिए हम उनके बीच किसी गठबंधन को लेकर चिंतित नहीं हैं।