मध्यप्रदेश। कांग्रेस के नेता एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने ‘एक देश, एक चुनाव’ की संभावनाओं पर औपचारिक विमर्श शुरू करने को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि यह अवधारणा संविधान पर हमला है।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस अवधारणा के विषय में गठित समिति का अध्यक्ष बनाकर उनका अपमान किया है।
सिंह ने ‘एक देश, एक चुनाव’ की अवधारणा को लेकर इंदौर में संवाददाताओं से कहा, यह (अवधारणा) भारतीय संविधान पर हमला है। इस विषय में बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा अच्छा बयान दिया है कि एक देश, एक चुनाव के बजाय एक देश, एक आमदनी की अवधारणा लागू करके दिखाई जानी चाहिए। अमीर और गरीब के बीच की खाई कम की जानी चाहिए।’’
सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं तथा स्थानीय निकायों के चुनाव एक साथ कराने की संभावनाओं पर गौर करने और इस सिलसिले में सिफारिशों के लिए बनाई गई उच्च स्तरीय समिति का अध्यक्ष बनाया है।
सिंह ने इस नियुक्ति को लेकर सरकार की आलोचना करते हुए कहा,‘‘इससे पहले किसी पूर्व राष्ट्रपति को इतना हल्का काम कभी नहीं दिया गया है। यह उनका अपमान है।’’
सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के युवा कल्याण मंत्री उदयनिधि स्टालिन के विवादास्पद बयान पर सिंह ने यह कहते हुए प्रतिक्रिया देने से दो टूक इनकार कर दिया कि उन्हें तमिल नहीं आती। उन्होंने कहा,‘‘मुझे तमिल नहीं आती। पहले मुझे पता तो चले कि उन्होंने (स्टालिन) तमिल में कहा क्या है।’’
सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा द्वारा मध्यप्रदेश में पार्टी की ‘जन आशीर्वाद’ यात्रा की शुरुआत करने पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा,‘‘जब विधानसभा चुनाव आया, तो भाजपा को यात्रा और जनता की याद आ रही है।’’
उन्होंने कहा कि नवंबर में संभावित विधानसभा चुनावों से पहले कई भाजपा नेता इसलिए कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं क्योंकि वे भाजपा से दु:खी हैं।