बर्धमान (पश्चिम बंगाल)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने दुनिया की विविधता को अपनाने के महत्व पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि हिंदू समाज का मानना है कि एकता में ही विविधता समाहित है।
इसे भी पढ़ें: हथकड़ी और बेड़ियों से बांधा गया, अमेरिका से लौटे अवैध भारतीय प्रवासियों के दूसरे जत्थे में शामिल दलजीत सिंह ने सुनाई आपबीती
बर्धमान के साई ग्राउंड में आरएसएस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि हिंदू समाज में एकता की जरूरत है और अच्छे समय में भी चुनौतियां बनी रहेंगी। उन्होंने कहा, ‘हमें हिंदू समाज को एकजुट और संगठित करने की जरूरत है। समस्याओं की प्रकृति क्या है इसके बजाए यह महत्व रखता है कि हम उनका सामना करने के लिए कितने तैयार हैं।’
इसे भी पढ़ें: इधर PM Modi लौटे, उधर Amritsar पहुंचा अमेरिका से निर्वासित भारतीयों का दूसरा जत्था
पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले रैली आयोजित करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद रैली आयोजित की जा रही है। भागवत ने कहा कि देश का निर्माण अंग्रेजों ने नहीं किया था। उन्होंने कहा कि भारत एकजुट नहीं है, यह भावना अंग्रेजों ने लोगों के मन में डाली थी।