दिल्ली एनसीआर आज किसानों के प्रदर्शन के चलते भारी ट्रैफिक जाम की समस्या से दिन भर जूझता रहा। सुबह सुबह आफिस जाने के लिए निकले लोग रास्ते में ही अटके रहे, इसके अलावा जाम में फंसने के चलते किसी की ट्रेन छूटी तो किसी की फ्लाइट। जाम में फंसे लोग प्रदर्शनकारियों पर गुस्सा निकालते दिखे मगर एक जगह खड़े रहने के अलावा उनके पास करने के लिए और कोई विकल्प था ही नहीं। हम आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसानों के व्यापक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली और उत्तर प्रदेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी जिसके बाद वाहनों का भारी जाम लग गया। अधिकारियों ने बताया कि सरिता विहार में कई दोपहिया और चार पहिया वाहन जाम में फंस गए जिससे सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इसके अलावा दिल्ली-नोएडा राजमार्ग पर भी बड़ी संख्या में वाहन जाम में फंस गये। अधिकारियों ने बताया कि इसके चलते यातायात व्यवस्था में भी कुछ बदलाव किया गया है और लोगों को कुछ मार्गों पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘राष्ट्रीय राजधानी में विभिन्न सीमा प्रवेश बिंदुओं पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। किसी को भी कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।’ एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ भारी सुरक्षा बल पहले से ही तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले सीमावर्ती क्षेत्रों पर अवरोधक लगाए गए हैं। यात्रियों से कहा गया है कि वे अपनी यात्रा टाल दें। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बुधवार एवं बृहस्पतिवार के लिए दंड प्रक्रिया संहिता धारा 144 लागू कर दी है। पुलिस ने यातायात संबंधित एक दिशानिर्देश भी जारी किया जिसमें ट्रैक्टरों पर किसानों के आंदोलन के मद्देनजर यात्रियों को दोनों शहरों में कुछ मार्गों पर मार्ग परिवर्तन के प्रति आगाह किया गया। हम आपको बता दें कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में किसान समूह दिसंबर 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले बढ़े हुए मुआवजे और विकसित भूखंडों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: Noida Farmer Protest: किसान संगठनों ने संसद मार्च के लिए भरी हुंकार, दिल्ली-नोएडा सीमा पर भारी ट्रैफिक जाम
किसान नेता राकेश टिकैत भी दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों के समूह में शामिल हुए, जहां उनके संगठन भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। नोएडा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद कर रही है, जिसके कार्यकर्ताओं ने दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण के कार्यालय के बाहर शिविर लगा रखा है। किसानों के ‘दिल्ली मार्च’ की घोषणा के बाद नोएडा पुलिस दिल्ली से जुड़ी विभिन्न सीमाओं पर सख्ती से जांच कर रही है जिसकी वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी सहित विभिन्न मार्गों पर वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई है। हम आपको बता दें कि संसद तक मार्च निकालने की योजना के तहत भारतीय किसान परिषद (बीकेपी) के नेतृत्व में किसान बृहस्पतिवार दोपहर साढ़े 12 बजे नोएडा के महामाया फ्लाईओवर पर एकत्र होने लगे थे। दूसरी ओर किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए विपक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह अन्नदाता के साथ अन्याय कर रही है इसलिए उन्हें सड़कों पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।