प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक के करोड़ों रुपये के घोटाले सहित आठ मामलों में धनशोधन जांच के दौरान कुर्क की गई संपत्तियों और धनराशि को वापस सौंपना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ईडी-कोच्चि के क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि इस मामले में 128 करोड़ रुपये की संपत्ति और धनराशि कुर्क की गई है।
ईडी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में याचिका दायर कर बैंक को धनराशि वापस सौंपने की अनुमति मांगेंगे, क्योंकि वह भी इस मामले में पीड़ित है।’’
अधिकारियों ने बताया कि ईडी ने धनराशि बैंक को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है, लेकिन पिछले तीन महीनों से लगातार संपर्क के बावजूद उन्हें बैंक से कोई जवाब नहीं मिला है।
उन्होंने बताया कि अब तक घोटाले के पांच पीड़ितों ने क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए ईडी से संपर्क किया है।
इस मामले में दूसरा आरोपपत्र जल्द ही दाखिल किया जाएगा।
त्रिशूर स्थित करुवन्नूर सहकारी बैंक में 2010 में शुरू हुई कथित धोखाधड़ी के इस मामले ने दो साल पहले केरल में राजनीतिक विवाद को जन्म दिया था।
इस मामले में कई आरोपी केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता हैं।
धनशोधन का यह मामला केरल पुलिस (अपराध शाखा) द्वारा त्रिशूर में दर्ज 16 प्राथमिकियों से उत्पन्न हुआ है।