झारखंड में कड़ी सुरक्षा के बीच पारंपरिक तरीके से ईद मनाई गई।
अलग-अलग आयुवर्ग के लोग कुर्ता पायजामा में नजदीकी मस्जिदों में नमाज अदा करने पहुंचे।
राज्य की राजधानी रांची में बड़ी संख्या में लोग हमरु ईदगाह, ऊपरी बाजार जामा मस्जिद, दोरांदा ईदगाह, कादरु ईदगाह और इकरा मस्जिद में नमाज पढ़ने पहुंचे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस मौके पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘‘ यह त्योहार शांति, एकता, खुशी, उल्लास और उत्साह का है। मैं प्रार्थना करता हूं कि यह त्योहार सभी की जिंदगी में खुशी और समृद्धि लेकर आए।’’
राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने ट्वीट किया, ‘‘ ईद-उल-फितर’ पर दिल से सभी को बधाई। ईद मुबारक।’’
जमशेदपुर में बड़ी संख्या में लोगों ने साकची, कदमा, जुगसलाई और धातकीडीह की मस्जिदों में नमाज अदा की। सबसे अधिक भीड़ साकची आम बागान मैदान में जुटी, जहां पर आम बागान मस्जिद और ईदगाह समिति ने ईद की विशेष नमाज की व्यवस्था की थी।
अधिकारियों ने बताया कि रामनवमी के अवसर पर पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर जमशेदपुर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
धनबाद में लोगों ने रेलवे स्टेडियम, पुराना बाजार जामा मस्जिद, कटरा, निरसा और बलियापुर की मस्जिदों में नमाज अदा की।
पुलिस महानिरीक्षक (परिचालन) अमोल वी होमकर ने कहा कि ईद के मद्देनजर झारखंड के सभी 24 जिलों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि खुफिया जानकारी और पूर्व की घटनाओं के आधार पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
होमकर ने बताया कि संवेदशनशील रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, गिरिडीह, पलामू और दुमका में रैपिड एक्शन फोर्स की छह और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की पांच कंपनियां तैनात की गई हैं।