उत्तर प्रदेश की अयोध्या लोकसभा सीट पर पांचवें चरण के तहत 20 मई को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया है। जिसको लेकर मतदाताओं ने निर्वाचन आयोग की प्रशंसा की। हमारे रिपोर्टर ने अयोध्या के स्थानीय लोगों से चुनाव को लेकर बात की है।
इस दौरान मतदाताओं ने कहा कि 2024 का चुनाव परिवर्तन का चुनाव है। इसके अलावा संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए भी यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार तानाशाही की ओर जा रही है और निर्वाचन आयोग विपक्ष के साथ भेदभावपूर्ण नीति अपना रहा है। जिसके चलते साजिश के तहत अयोध्या लोकसभा सीट पर वोटर पर्ची से मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं। उन्होंने दावा किया की निष्पक्ष तरीके से चुनाव होने से भारतीय जनता पार्टी को मुश्किल से 150 सीट ही मिलेंगी। ‘इंडिया गठबंधन’ के प्रत्याशी अवधेश पासी को लेकर उन्होंने कहा कि वे बीजेपी के सामने एक मजबूत दावेदार हैं। आम जनता में उनकी पकड़ भी काफी अच्छी है।
चुनाव को लेकर हुए एक सर्वे का हवाला देते हुए लोगों ने बताया कि देश में राम मंदिर की जगह महंगाई और बेरोजगारी प्रमुख मुद्दा है। इस दौरान मतदाताओं ने कांग्रेस के घोषणा पत्र की भी तारीफ की। कई दूसरे मतदाताओं ने भी महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की। लोगों ने दावा किया कि अयोध्या में होने वाला विकास अयोध्या का नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी का विकास है। बीजेपी पर विकास को लेकर धोखा देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी सिर्फ धर्म और राम मंदिर के नाम पर वोट मांग रही है। उनके भाषणों में विकास का कोई जिक्र नहीं होता, जिसको लेकर अब जनता सजग हो चुकी है।