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‘हमारे नेता के सामने दिल्ली भी है नतमस्तक’, शिवराज के बेटे कार्तिकेय का बयान, कांग्रेस ने ली चुटकी

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल होने और दिल्ली जाने के साथ, राजनीतिक गलियारों में उनके बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के संभावित उत्थान को लेकर हलचल है। चौहान, जो अब केंद्रीय कृषि मंत्री हैं, ने पिछले रविवार को भोपाल में एक भव्य रोड शो का नेतृत्व किया। इसके बाद शुक्रवार को सीहोर के भेरुंदा में कार्यकर्ताओं का आभार सम्मेलन हुआ, इस बात की भारी चर्चा थी कि मंत्री के बेटे कार्तिकेय चौहान को उनके पिता द्वारा खाली की गई बुधनी विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है।
 

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चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह ने शुक्रवार को सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा क्षेत्र के भेरुंडा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बयान दिया। अलग-अलग दलों के नेता कार्तिकेय के बयान का वीडियो साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं दिल्ली में रहने के बाद हाल में ही लौटा हूं। पहले भी, हमारे नेता (चौहान) मुख्यमंत्री के रूप में लोकप्रिय थे। लेकिन मैं नहीं जानता कि ऐसा क्यों लगता है कि मुख्यमंत्री नहीं रहने पर वह और लोकप्रिय हो गए।’’ कार्तिकेय सिंह ने कहा, अब जब हमारे नेता (शिवराज) इतनी बड़ी जीत हासिल करके गए हैं, तो पूरी दिल्ली भी आज उनके सामने नतमस्तक है। पूरी दिल्ली उन्हें जानती-पहचानती है और उनका सम्मान करती है। न सिर्फ दिल्ली, बल्कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक अगर हम शीर्ष नेताओं को गिनें, तो हमारे नेता शिवराज सिंह चौहान उस सूची में शामिल हैं।’’
 

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उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कहा जाता है कि हर सफल पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ है—-लेकिन मैं कहूंगा कि एक नेता की सफलता के पीछे एक महिला के अलावा उस क्षेत्र की जनता का हाथ है।’’ कार्तिकेय सिंह के बयान पर उन पर कटाक्ष करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, शिवराज जी के युवराज कह रहे हैं कि दिल्ली डर रही है! यह 100% सच है! क्योंकि, देश भी डरे हुए तानाशाह को गौर से देख रहा है! ’’ उन्होंने कहा, ‘‘डर पार्टी के अंदर असहमति की आवाज का! डर बड़े नेताओं की बगावत का! डर गठबंधन के प्रबंधन का! डर समर्थन की सरकार के गिरने का! डर टिकी हुई कुर्सी के हिलते हुए पांवों का! टीम भाजपा यह मत सोचिए कि शिवराज जी की विरासत में कोई बच्चा है! लेकिन, यह जरूर देखिए कि यह डर अच्छा है। शिवराज सिंह विदिशा लोकसभा सीट से 8.20 लाख से अधिक मतों के अंतर चुनाव जीते हैं।

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