गुरुग्राम में 46 वर्षीय एक फर्जी डॉक्टर को कथित तौर पर गर्भपात कराने और गर्भावस्था समाप्त करने वाली किट बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि 12वीं पास रामेंद्र नाथ बिस्वास पिछले पांच साल से बादशाहपुर के टीकली रोड पर राजलक्ष्मी क्लीनिक चला रहा है। वह बिना किसी वैध डिग्री के गर्भवती महिलाओं का इलाज कर रहा था और उन्हें ‘मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी’ (एमटीपी) किट भी बेच रहा था।
स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारी हरीश कुमार द्वारा दायर शिकायत में सीएमओ को जानकारी मिली कि बिस्वास एक फर्जी डॉक्टर है, जो गर्भवती महिलाओं के जीवन को खतरे में डाल रहा है।
कुमार ने अपनी शिकायत में कहा, “वह अवैध गर्भपात के धंधे में शामिल है और एक पंजीकृत चिकित्सक के रूप में अवैध रूप से इलाज कर रहा है।”
स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय पुलिस की एक टीम ने क्लिनिक पर छापा मारा और हस्ताक्षरित मुद्रा नोटों के साथ-साथ कुछ एमटीपी किट जब्त करने के बाद बिस्वास को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि फर्जी डॉक्टर के खिलाफ एमटीपी अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
बादशाहपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) मदन लाल ने बताया, “आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और जांच में शामिल होने के बाद उसे जमानत पर छोड़ दिया गया।