एम्स ऋषिकेश में आज से हेली एंबुलेंस सेवा शुरू की गई। साथ ही ड्रोन के जरिए सुदूर क्षेत्रों में दवाइयां भेजने के लिए ड्रोन सेवा का भी शुभारंभ किया गया। इस दौरान पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू भी मौजूद रहे। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा कि आज देश में पहली बार निजी क्षेत्र में सरकार की ओर से हेली एम्बुलेंस सेवा की शुरूआत की जा रही है।
इसे भी पढ़ें: पिट कर ही मानेगा पन्नू, अमेरिका और कनाडा को अब भारत के खिलाफ उकसाने में लगा
किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा कि यह देश की चिकित्सकीय सुविधा के क्षेत्र में बहुत बड़े बदलाव को लाने की संभावना रखता है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण सुविधा है और काफी समय से इसका इंतजार था… ड्रोन सर्विस भी शुरू की गई है जिसके तहत हम कई दवाओं या अन्य चिकित्सकीय सुविधाएं सुदूर क्षेत्रों में पहुंचा सकते हैं। एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि हेली एंबुलेंस सेवा का दुरुपयोग न हो, इसके लिए वास्तविक जरूरतमंद की पहचान के लिए विशेष ढांचा तैयार किया गया है।
इसे भी पढ़ें: युवाशक्ति को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराने को लेकर मोदी सरकार है प्रतिबद्ध: भागीरथ चौधरी
बताया कि किसी भी क्षेत्र में दुर्घटना होने पर घायल को नजदीकी सरकारी चिकित्सालय में ले जाया जाता है। यदि चिकित्सक घायल की स्थिति को खतरे में पाएंगे और कुछ घंटे के भीतर आवश्यक उपचार की आवश्यकता महसूस करेंगे तो उनकी सिफारिश पर स्थानीय प्रशासन के सहयोग से हेली एंबुलेंस का लाभ लिया जा सकेगा।