गंगटोक। हाल की आकस्मिक बाढ़ के बाद चल रहे राहत एवं पुनर्वास कार्य के मद्देनजर सिक्किम सरकार के कार्यालय इस दुर्गा पूजा के दौरान खुले रहेंगे। एक आधिकारिक अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी गयी है।
ल्होनक झील पर बादल फटने से चार अक्टूबर को तीस्ता नदी घाटी में अचानक आई बाढ़ से 40 से अधिक लोगों की जान चली गयी थी तथा 76 अन्य लापता हो गये थे।
अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘इस त्रासदी ने राज्य के कई हिस्सों में तबाही मचा दी तथा जानमाल का बड़ा नुकसान हुआ एवं कई लोगों की आजीविका चली गयी। समूची प्रशासनिक मशीनरी बचाव, राहत एवं पुनर्वास कार्य की अत्यावश्यक जिम्मेदारी में लगी है। नागरिक प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों तक लोगों की आवाजाही तथा सामान की ढुलाई को सुगम बनाने के वास्ते मूलभूत बुनियादी ढांचों को बहाल करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसियों की मदद से युद्धस्तर पर काम कर रहा है।’’
उसमें कहा गया है, ‘‘ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्य जारी रखने तथा राहत शिविरों को बनाये रखने के लिए प्रभावित क्षेत्रों, जिला और राज्य मुख्यालयों में सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति आवश्यक महसूस की जाती है। इसलिए राज्य सरकार के कार्यालय 23 से 27 अक्टूबर तक दुर्गा पूजा की छुट्टियों के दौरान पूरी तरह खुले रहेंगे।’’
अधिसूचना के मुताबिक दुर्गा पूजा मनाने वाले विभाग-प्रमुखों तथा सचिवों एवं अन्य अधिकारियों एवं कर्मियों को यदि अपने कार्यस्थल से जाने की इच्छा होगी तो उन्हें छूट मिलेगी लेकिन उन्हें इसके लिए पहले से मुख्य सचिव से मंजूरी लेनी होगी ताकि उनका काम/जिम्मेदारी अन्य अधिकारियों को सौंपी जा सके।
इसी प्रकार जिलों, उपसंभागों एवं प्रखंडों में कार्यालय प्रमुखों को कार्यस्थल छोड़ने से पहले अपने संबंधित विभाग-प्रमुखों से पूर्वानुमति लेनी होगी। विभाग प्रमुख यह सुनिश्चित करेंगे कि विभाग के सामान्य कामकाज के लिए पर्याप्त अधिकारी एवं कर्मी हों।