तीसरे जी-20 शिक्षा कार्य समूह की बैठकसे पहले फ्यूचर ऑफ वर्क नामक प्रदर्शनी में एक मॉडल प्री-स्कूल शिक्षा केंद्र, स्थानीय में सीखने योग्य तकनीकी समाधान, आभासी यथार्थ अनुभवसहित विभिन्न मंदिरों के 3डी प्रिंटेड मॉडल, ड्रोन तकनीशियन और क्लाउड गेमिंग जैसी तकनीक और मॉड्यूल उपलब्ध होंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को यहां सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मेटेरियल्स टेक्नोलॉजी (आईएमएमटी) संस्थान में प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी 28 अप्रैल तक चलेगी।
भारत और जी2O सदस्य देशों के 100 से अधिक प्रदर्शक 34,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैली प्रदर्शनी में अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनी में एक अनूठा फ्यूचर ऑफ वर्क अनुभव क्षेत्र भी स्थापित किया गया है, जहां नौकरी के इच्छुक लोगों को यह पता चल सकता है कि काम का भविष्य कैसे बदलेगा और उसके लिए जरूरी उन्नत तकनीकी कौशल के बारे में जानने का मौका मिलेगा।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा ने नर्सिंग, पेंटिंग, वेल्डिंग, वर्कफोर्स के क्षेत्रों में वर्चुअल रियलिटी (वीआर) और उद्योगों में वीआर को प्रदर्शित करने वाले स्टार्टअप्स के मामलों के साथ ‘बिल्डिंग ए मेटावर्स’ विषय पर अपना स्टॉल लगाया है।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, पहले दिन 10,000 से अधिक दर्शकों ने प्रदर्शनी को देखा।
जी-20 शिक्षा कार्य समूह की पहली बैठक इस साल की शुरुआत में चेन्नई में हुई थी। इसके बाद दूसरी बैठक पिछले महीने अमृतसर में हुई थी।