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G20 Summit : वैश्विक नेताओं के लिए आयोजित Dinner के दौरान भारतीय संगीत का हुआ प्रदर्शन, ऐसा रहा कार्यक्रम

नयी दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के दिग्गज नेताओं ने शिरकत की। इन सभी नेताओं के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रैपदी मुर्मू ने रात्रिभोज का आयोजन किया। इस खास रात्रिभोज के दौरान कई पल बेहद अहम रहे। यहां कई नेता एक दूसरे के साथ आत्मीयता के साथ बातचीत करते दिखे तो वहीं विश्व के सभी नेताओं के समक्ष भारत के लजीज व्यंजनों को पेश किया गया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए वैश्विक नेताओं के सम्मान में शनिवार को एक भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया, जिसमें मेहमानों ने भारतीय व्यंजनों के साथ संगीत का भी लुत्फ उठाया। इस दौरान भारत ने अपनी संगीत विरासत भी दुनिया के नेताओं के सामने रखी। कार्यक्रम में संगीतकारों के एक समूह ने विभिन्न वाद्ययंत्रों को बजाया और मेहमानों को अपने सुरों से मंत्रमुग्ध कर दिया।

कलाकारों ने इस दौरान सुरसिंगार, मोहन वीणा, दिलरुबा और अन्य दुर्लभ भारतीय वाद्ययंत्र बजाए जिससे जी20 समूह के नेता मंत्रमुग्ध हो गए। इस कार्यक्रम के जरिए लजीज व्यंजनों को परोसने के साथ ही पूरे माहौल को संगीतमय बनाने के लिए सुरों की महफिल सजाई गई जिसने कार्यक्रम की शोभा और भी बढ़ा दी।

इस कार्यक्रम में देशभर के लगभग 78 कलाकारों ने हिस्सा लिया। संगीतकारों का ये कार्यक्रम कुल 3 घंटे लंबा था। इसका मुक्य आकर्षण ‘गंधर्व अटोद्यम’ था जिसमें संगीत के कई वाद्य यंत्रों के जरिए शानदार संगीत बजाया गया। इन वाद्य यंत्रों की मदद से देश भर से आए कलाकारों ने हिंदुस्तानी, कर्नाटक, लोक और क्लासिकल संगीत की झलक मेहमानों को पेश की। इस कार्यक्रम के दौरान पूरे भारत के संगीत वाद्ययंत्रों का उपयोग हुआ।

राष्ट्रपति मुर्मू ने शनिवार को शिखर सम्मेलन स्थल ‘भारत मंडपम’ में जी20 मेहमानों के लिए इस भव्य रात्रिभोज का आयोजन किया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और कई अन्य देशों के नेता जी20 शिखर सम्मेलन के लिए यहां एकत्र हुए हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रात्रिभोज शुरू होने से पहले एक मंच पर अतिथियों का स्वागत किया, जिसकी पृष्ठभूमि में बिहार के नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय) की तस्वीर लगी हुई थी, साथ ही भारत की अध्यक्षता में जी20 का विषय- वसुधैव कुटुम्बकम्- एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य को दर्शाया गया था। नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति द्वारा आयोजित भव्य रात्रिभोज में, भारत ने दुनिया के सामने अपनी विविध संगीत विरासत का प्रदर्शन किया।  

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