कांग्रेस पार्टी के अधिवेशन से पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि राज्य भर में कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है।
उन्होंने छापेमारी की निंदा करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी नहीं की जाती है और देश में जो ‘नाटक’ हो रहा है, उसे सब देख रहे हैं।
गहलोत ने एक वीडियो में भाजपा पर संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘छापेमारी एकतरफा होती है, सिर्फ कांग्रेस नेताओं के यहां छापे मारे जाते हैं। किसी भाजपा नेता के घर पर छापेमारी नहीं हुई है। भाजपा के लोग पहले कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाते हैं, फिर उन्हें पकड़कर अपनी पार्टी में ले जाते हैं। जैसे ही वे भाजपा में शामिल होते हैं, उन नेताओं के खिलाफ आरोप स्वतः समाप्त हो जाते हैं।’’
गहलोत ने आरोप लगाया, ‘‘देश में स्थिति बहुत गंभीर है। ईडी, सीबीआई, आयकर विभाग का 2014 से लगातार दुरुपयोग हो रहा है। जिस राज्य में चुनाव आते हैं, वहां सबसे पहले ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग की कार्रवाई होती है।’’
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का पूर्ण अधिवेशन छत्तीसगढ़ के रायपुर में होने जा रहा है और राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते भाजपा इसका महत्व जानती है।
उन्होंने कहा, ‘‘सत्र से पहले इस तरह की कार्रवाई करना निंदनीय है।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया, ‘‘भाजपा के लोग दुश्मनी पाल रहे हैं, यह उन्हें महंगा पड़ेगा।