गुजरात विधानसभा को बुधवार को सूचित किया गया कि राज्य के दो जिलों में 54 सरकारी प्राथमिक विद्यालय केवल एक शिक्षक के सहारे संचालित हो रहे हैं, जबकि इन जिलों में शिक्षकों के 900 से अधिक पद खालीहैं।
सरकार ने सदन में जानकारी देते हुए बताया कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को उचित शिक्षा प्रदान करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
जामनगर और देवभूमि द्वारका जिलों में शिक्षकों की कमी के बारे में प्रश्नकाल के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक हेमंत अहीर के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने बताया कि इन जिलों में 54 सरकारी प्राथमिक विद्यालय चल रहे हैं और प्रत्येक संस्थान में केवल एक शिक्षक है।
डिंडोर ने बताया कि इन 54 विद्यालयों में से 46 देवभूमि द्वारका जिले में और आठ पड़ोसी जामनगर में हैं।
उन्होंने बताया कि शिक्षकों के पद इन जिलों से बाहर स्थानांतरण या सेवानिवृत्ति के कारण खाली पड़े हैं।
मंत्री ने बताया कि जामनगर (330 पद) और देवभूमि द्वारका (575 पद) के सरकारी, स्वीकृत और गैर-स्वीकृत प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के कुल 905 पद खाली पड़े हैं।
डिंडोर ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है कि शिक्षकों की कमी के कारण कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे।
उन्होंने सदन को सूचित किया कि सरकारी स्कूलों के लिए शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया वर्तमान में चल रही है।