केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को आगरा के जीआईसी मैदान में लगभग 8,000 लोगों को अंगदान की शपथ दिलाई।
मनसुख मांडविया ने लोगों से जीवित रहते हुए रक्त दान करें और मृत्यु के बाद अंग दान करें का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार ने अंग प्रत्यारोपण कराने वाले सभी गरीब लोगों को प्रति माह 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा,‘‘ ऐसे मरीजों की नियमित जांच की भी व्यवस्था की जाएगी।’’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 2024 के अंत तक देश के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में शरीर से अंग निकालने की व्यवस्था कर दी जाएगी।
मांडविया ने जीआईसी मैदान में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि किसी अन्य जीवन को बचाने के लिए अंग दान करने से बड़ी मानव सेवा नहीं हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) में एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक और एक अंग दान रजिस्ट्री का भी उद्घाटन किया। अंग दान के लिए पंजीकरण कराने के वास्ते केवल आधार संख्या और आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर ही आवश्यक है।
मांडविया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एसएनएमसी में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक 200 करोड़ रुपये की लागत से 7,890 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि एसएनएमसी में सुविधा न केवल आगरा बल्कि 11 जिलों और दो आसपास के राज्यों में लगभग तीन करोड़ लोगों को सेवा प्रदान करेगी।
मांडविया ने कहा कि एसएनएमसी में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, गैस्ट्रो सर्जरी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी आदि सेवाएं शामिल होंगी।
मांडविया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने देश में स्वास्थ्य सेवा कार्यबल को बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचे में सुधार और विस्तार के लिए कई ऐतिहासिक पहल की हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से अंग दान पहल की सराहना की।
‘आयुष्मान भव अभियान’ केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और हर कस्बे में अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इस अभियान को 17 सितंबर से दो अक्टूबर 2023 तक सेवा पखवाड़े के दौरान संचालित किया जाएगा।