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Prajatantra: चुनावी राज्यों में धुआंधार प्रचार, आखिर किसकी बनेगी सरकार, BJP-Congress में वार-पलटवार

साल के आखिर में पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसको लेकर चुनाव आयोग की ओर से तारीखों का ऐलान भी किया जा चुका है। इन सब के बीच चुनावी राज्यों में चुनाव प्रचार की शुरुआत हो गई है। आक्रामक प्रचार देखने को मिल रहे हैं। हालांकि भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक अपनी ताकत नहीं दिखाई है। जबकि दूसरी ओर राहुल गांधी आज मिजोरम पहुंचे हैं और वहां उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है।
 

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राजस्थान में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। यहां हर 5 साल में सरकार बदलती रही है। पिछले दो दशकों पर नजर डालें तो कहीं ना कहीं राजस्थान में वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत के इर्द-गिर्द सत्ता घूमती रही है। कांग्रेस ने आज राजस्थान में अपने प्रचार की शुरुआत कर दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बांरा जिले से चुनाव प्रचार का आगाज किया। वहीं भाजपा भी लगातार अपने अभियान को मजबूत करने की कोशिश में है और कहीं ना कहीं क्षेत्रीय नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को उदयपुर संभाग के पार्टी पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए मंच तैयार किया गया। राजस्थान में मुकाबला दिलचस्प माना जा रहा है। 

कांग्रेस की ओर से मध्य प्रदेश में 144 लोगों की सूची जारी कर दी गई है। भाजपा ने भी अपने उम्मीदवारों की सूची पहले ही जारी कर दी थी। इस राज्य में भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। कांग्रेस के लिए प्रियंका गांधी एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित कर चुकी हैं। वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा की ओर से अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। शिवराज सिंह चौहान इस बार अपने राजनीतिक जीवन की सबसे कठिन परीक्षा से गुजर रहे हैं। दूसरी और टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस में भी नाराजगी की खबरें हैं। हालांकि, कमलनाथ ने कहा कि हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा को अपनी चिंता करनी चाहिए। 
 

छत्तीसगढ़ में भी सीधा-सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। वहां कांग्रेस की सरकार है। भूपेश बघेल को लेकर कांग्रेस पूरी तरीके से कॉन्फिडेंट नजर आ रही है। यही कारण है कि भाजपा वहां स्थानीय मुद्दे से ज्यादा राष्ट्रीय मुद्दों को उठा रही है। आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजनांदगांव पहुंचे जहां वह पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के नामांकन कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ को विकास करने वाली सरकार चाहिए। रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ का विकास किया था। लेकिन भूपेश बघेल की सरकार दिल्ली की कांग्रेस दरबार के लिए एटीएम की तरह काम कर रही है। 

मिजोरम में कांग्रेस अपनी ताकत दिखा रही है। आज उसने 39 उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है। कांग्रेस मिजोरम में हर हाल में वापसी करना चाहती हैं। आज खुद राहुल गांधी भी चुनाव प्रचार के लिए वहां पहुंचे हैं। उन्होंने भाजपा पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। मिजोरम में कांग्रेस की टक्कर मिजो नेशनल फ्रंट से है। हालांकि जोरम पीपुल्स मूवमेंट उसकी राह में रोड़ा बन सकती हैं। हालांकि भाजपा मिजोरम में फिलहाल अपनी पकड़ को स्थापित करने की कोशिश में जुटी हुई है। 
 

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तेलंगाना में भी कहीं ना कहीं चुनावी लड़ाई दिलचस्प होती दिखाई दे रही है। भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगानी शुरू करती है। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तेलंगाना में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। उन्होंने राज्य की बीआरएस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता की अपेक्षा हो रही है जबकि एक परिवार राज्य की सरकार चल रहा है। के चंद्रशेखर राव की पार्टी की ओर से भी चुनावी प्रचार में दम लगाने की शुरुआत हो चुकी है। तो वहीं कांग्रेस अपनी गारंटीयों पर भरोसा कर रही है। 
कुल मिलाकर देखें तो चुनावी राज्य में प्रचार धुआंधार है। लेकिन देखना होगा कि आखिर वहां किसकी बनती सरकार है। यही तो प्रजातंत्र है। 

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