पीएम मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने किस्से कहानियों का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा। इस दौरान प्रधानमंत्री ने शोले फिल्म का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी ने ‘शोले’ फ़िल्म को भी पीछे छोड़ दिया है। उसमें एक मौसी जी थीं… तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है ना। अरे मौसी 13 राज्यों में 0 सीटें आई हैं, पर हीरो तो है ना। अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है।
इसे भी पढ़ें: By-elections UP Assembly: विधानसभा उप चुनाव जीतने के लिये योगी ने संभाला मोर्चा
16 राज्यों में कांग्रेस जहां अकेले लड़ी, वहां उसका वोट शेयर गिर चुका है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, तीन राज्यों में जहां कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और वहां 64 में से सिर्फ 2 सीट जीत पाई है। इसका साफ मतलब है कि इस चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह परजीवी बन चुकी और अपने सहयोगी दलों के कंधे पर चढ़कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है। कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के जो वोट खाए हैं, अगर वो न खाए होते तो लोकसभा में उनके लिए इतनी सीटें जीत पाना भी बहुत मुश्किल था। जहां-जहां बीजेपी-कांग्रेस की सीधी फाइट थी, जहां कांग्रेस मेजर पार्टी थी, वहां कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सिर्फ 26 परसेंट है। लेकिन जहां वो किसी का पल्लू पकड़ के चलते थे, ऐसे राज्यों में उनका स्ट्राइक रेट 50 परसेंट है। कांग्रेस की 99 सीटों में से ज्यादातर सीटें उनके सहयोगियों ने जिताया है और इसलिए कह रहा हूं कि ये परजीवी कांग्रेस है। अब कांग्रेस पार्टी 2024 से एक परजीवी कांग्रेस के रूप में जानी जाएगी। 2024 से जो कांग्रेस है, वो परजीवी कांग्रेस है और परजीवी वो होता है जो जिस शरीर के साथ रहता है, उसी को ही खाता है। कांग्रेस भी जिस पार्टी के साथ गठबंधन करती है, उसी के वोट खा जाती है और अपनी सहयोगी पार्टी की कीमत पर वो फलती-फूलती है। यह मैं तथ्यों के आधार पर कह रहा हूं।
इसे भी पढ़ें: ’99 के चक्कर में फंस गई है कांग्रेस’, बिना नाम लिए राहुल पर PM Modi का वार, बच्चे के मन को बहलाने का काम चल रहा है
हमारा एकमात्र लक्ष्य है – Nation First. हमारी हर नीति, हर निर्णय और हर कार्य का एक ही तराजू रहा है – भारत प्रथम। विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है। ये अपने आप में लोकतांत्रिक विश्व के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है। हमें हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने ये जनादेश दिया है। जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा है। जनता ने देखा है कि गरीबों के कल्याण के लिए हमने समर्पण भाव से ‘जनसेवा ही प्रभुसेवा’ के मंत्र को चरितार्थ करते हुए कार्य किए हैं।