दिल्ली में 58 ट्यूबवेल से एकत्र किए गए भूजल के नमूनों में फ्लोराइड की मात्रा अनुमेय सीमा से अधिक पाई गई। दिल्ली सरकार द्वारा राष्ट्रीय हरित अभिकरण (एनजीटी) को सौंपी गई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) ने एनजीटी के निर्देशों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में 1,256 ट्यूबवेल से भूजल के नमूने एकत्र किए।
केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने पिछले साल चार दिसंबर को राज्यसभा को सूचित किया था कि 25 राज्यों के 230 जिलों के कुछ हिस्सों में भूजल में आर्सेनिक और 27 राज्यों के 469 जिलों में फ्लोराइड पाया गया है।
दिल्ली सरकार की ओर से दाखिल जवाब के अनुसार उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नरेला और बवाना में 56 ट्यूबवेल से भूजल के नमूने एकत्र किए गए जिनमें से 33 में फ्लोराइड की मात्रा अनुमेय सीमा से अधिक पाई गई।
रिपोर्ट के मुताबिक नजफगढ़ जोन और नांगलोई के 70 ट्यूबवेल से लिए गए नमूनों में से 11 में फ्लोराइड की मात्रा अनुमेय सीमा से अधिक पाई गई।
उत्तरी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली में चार ट्यूबवेल, पश्चिमी दिल्ली के पांच ट्यूबवेल और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में चार ट्यूबवेल के नमूनों में भी फ्लोराइड की अधिक मात्रा पाई गई।
मध्य दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली से एकत्र किए गए किसी भी नमूने में फ्लोराइड की मात्रा स्वीकार्य सीमा से अधिक नहीं थी।