हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को कहा कि जांच से पता चला है कि हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (एचपीएसएससी) द्वारा आयोजित परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक हो गए थे। इस परीक्षा के नतीजे अभी घोषित नहीं किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जांच रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक हो गए थे।’’
इससे पहले एक अधिकारी ने कहा था कि कनिष्ठ कार्यालय सहायक-सूचना प्रौद्योगिकी (जेओए-आईटी) प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रहे सतर्कता विभाग द्वारा बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच से संकेत मिला है कि एचपीएसएससी के कर्मचारी पूर्व में भी भर्ती घोटाले में शामिल थे।
प्रश्नपत्र लीक होने का खुलासा 23 दिसंबर, 2022 को हुआ था, जिसके बाद 25 दिसंबर को होने वाली जेओए (आईटी) परीक्षा रद्द कर दी गई थी।
सतर्कता विभाग ने एचपीएसएससी की एक कर्मचारी उमा आजाद को गिरफ्तार किया था और उसके पास से हल किए गए प्रश्नपत्र और 2.5 लाख रुपये नकदी बरामद की थी।
अधिकारियों ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त राज्य की एकमात्र फॉरेंसिक प्रयोगशाला- क्षेत्रीय फॉरेंसिक प्रयोगशाला, धर्मशाला ने 75 प्रतिशत उपकरणों की जांच की है और मामले की छानबीन कर रही जांच एजेंसियों को रिपोर्ट सौंपी है।
मामले में अब तक आठ लोगों-उमा आजाद, उसके बेटों (निखिल आजाद और नितिन आजाद), बिचौलिए संजीव और उसके भाई शशि पाल और नीरज, अजय शर्मा तथा तनु शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है।