कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि के मामले पर स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के पोते सत्यकी सावरकर ने कहा कि 2023 के मार्च महीने में राहुल गांधी ने इंग्लैंड में एक बयान दिया था कि सावरकर जी ने अपनी किताब में लिखा है कि वो और उनके मित्र मिलकर एक मुस्लिम युवक की पिटाई कर रहे थे। ये बयान झूठ है और हमने न्यायालय में उनके खिलाफ केस दायर किया था। केस को 1 साल होने वाले हैं और माननीय न्यायालय ने पुलिस को ये आदेश दिए थे कि जो भी सबूत हमने दिए हैं उसकी जांच की जाए लेकिन जनवरी से लेकर अब तक वो सबूत नहीं आए हैं। मेरा सवाल ये है कि हमने जो सबूत जमा किए हैं उसकी छानबीन क्यों नहीं हो रही है? यदि गृह मंत्री इस मामले पर थोड़ा ध्यान दे पाएं तो शायद पुलिस इस पर कार्रवाई कर पाएगी।
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अगस्त 2023 में विनायक दामोदर सावरकर के पोते सत्यकी सावरकर ने पुणे की एक सत्र अदालत में एक आवेदन दायर कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि के मामले को सक्षम अदालत में स्थानांतरित करने की मांग की थी। पिछले साल अप्रैल में सात्यकी ने लंदन में एक कार्यक्रम में सावरकर के खिलाफ कथित दुर्भावनापूर्ण टिप्पणी को लेकर पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था। सात्यकी ने सत्र अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर कर दावा किया कि मामले की सुनवाई कर रही न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी (जेएमएफसी) की अदालत इस मामले पर बोझ महसूस कर रही है, और उन्होंने आशंका व्यक्त की कि “निष्पक्ष और तर्कसंगत न्याय नहीं होगा।
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सात्यकी के मुताबिक, मार्च 2023 में लंदन में एक कार्यक्रम में बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि (विनायक दामोदर) सावरकर ने एक किताब लिखी है जिसमें लिखा है कि वह (सावरकर) और उनके पांच-छह दोस्त मारपीट कर रहे थे। एक मुसलमान और जो कुछ हो रहा था उससे प्रसन्न महसूस कर रहा था। गांधी फिर पूछने गए कि क्या यह कायरतापूर्ण कृत्य नहीं है? सावरकर ने ऐसी कोई किताब नहीं लिखी है जैसा कि उनका दावा है और न ही ऐसी कोई घटना कभी हुई है।