ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। पद के कथित दुरुपयोग को लेकर मीडिया की नजरों में आईं प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के माता-पिता अब पुलिस से बचते नजर आ रहे हैं। यह घटना उस वीडियो के बाद हुई है जिसमें उनकी मां मनोरमा खेडकर एक किसान को भूमि विवाद को लेकर बंदूक से धमकाती नजर आ रही हैं।
वायरल वीडियो सामने आने के बाद पुणे पुलिस ने मनोरमा और उनके पति दिलीप खेडकर सहित पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुणे पुलिस ने सोमवार को कहा कि भूमि विवाद को लेकर मनोरमा खेडकर के खिलाफ दर्ज मामले के संबंध में वह उनसे संपर्क नहीं कर पाई है। पुणे ग्रामीण पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ एक टीम शहर के बाणेर रोड स्थित मनोरमा के बंगले का दौरा कर रही है, लेकिन उसका पता नहीं लगा सकी है।
पीटीआई के अनुसार एक अधिकारी ने बताया, “हमने रविवार और आज घर का दौरा किया, लेकिन परिसर में प्रवेश नहीं कर पाए। उसका मोबाइल फोन भी बंद है। एक बार जब हम उसे ढूंढ लेंगे, तो जांच बैठा दी जाएगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” इस मामले पर बोलते हुए पुणे ग्रामीण एसपी पंकज देशमुख ने कहा कि खेडकर के माता-पिता अधिकारियों से बच रहे हैं और उनसे फोन पर संपर्क नहीं हो पा रहा है, क्योंकि उन्होंने अपने सेल फोन बंद कर दिए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘आरोपी फरार हैं, हम उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके फोन बंद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। हमने उनके आवास तक पहुँचने की भी कोशिश की है, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हैं… स्थानीय अपराध शाखा और स्थानीय पुलिस थानों के अधिकारियों सहित कई टीमें पुणे और आस-पास के स्थानों पर उनकी तलाश कर रही हैं, जहाँ उनके कुछ फार्महाउस और अन्य आवास हैं। अगर वे मिल जाते हैं, तो हम उनसे पूछताछ करेंगे और उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे,” देशमुख ने एएनआई को बताया।
पुणे ग्रामीण पुलिस ने खेडकर दंपत्ति और पांच अन्य के खिलाफ पौड पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 323 (बेईमानी या धोखाधड़ी से संपत्ति हटाना या छिपाना) सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने के कुछ दिनों बाद दर्ज किया गया था, जिसमें मनोरमा अपने सुरक्षा गार्डों के साथ पुणे के मुलशी तहसील के धाड़वाली गांव में हाथ में पिस्तौल लिए कुछ लोगों के साथ गरमागरम बहस करती नजर आ रही थीं।