भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए पूछा कि जब कांग्रेस के सहयोगी दलों द्वारा सनातन धर्म का अपमान किया गया तो वह चुप क्यों रहे।
सूरजपुर जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के लोग सनातन का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
यह रैली सूरजपुर जिले से तीन भाजपा उम्मीदवारों- भूलन सिंह मरावी (प्रेमनगर सीट), लक्ष्मी राजवाड़े (भटगांव) और शकुंतला सिंह पोर्थे (प्रतापपुर-एसटी) के नामांकन दाखिल करने से पहले आयोजित की गई थी।
प्रसाद ने कहा, “बघेल जी कहते हैं कि वह भगवान राम का सम्मान करते हैं और राम वन गमन पथ विकसित कर रहे हैं, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब आपके सहयोगियों द्वारा सनातन धर्म का अपमान किया गया तो वह चुप क्यों थे।
डीएमके नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने सनातन को डेंगू, टीबी और एड्स जैसी बीमारी बताई। ये कैसा मजाक है? हम (भाजपा) हर आस्था का सम्मान करते हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि बिहार में लालू प्रसाद यादव के चेले चंद्रशेखर (मौजूदा शिक्षा मंत्री) ने रामचरितमानस पढ़ने को जहर पीने के समान बताया। उन्होंने पूछा कि क्या आप अन्य धर्मों के खिलाफ बोल सकते हैं? प्रसाद ने कहा कि भारत सनातन का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
प्रसाद ने कहा, “बघेल जी, ध्यान से सुनें। जब इस्लामी शासक और अंग्रेज सनातन का कुछ नहीं कर सके तो आपकी पार्टी के नेता क्या कर सकते हैं। लेकिन जब सनातन का अपमान हो रहा हो और आप चुप हों तो जवाब कौन देगा। आप जवाब देंगे (जनता की ओर इंगित करते हुए)।
हम अपनी सांस्कृतिक विरासत का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सोच स्पष्ट है और पार्टी खुले तौर पर सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास की बात करती है। उन्होंने कहा कि जब किसानों के खाते में पैसा भेजा जाता है तो वह हर वर्ग के किसानों तक पहुंचता है, हर देशवासी को कोविड-19 का मुफ्त टीका लगाया गया।
प्रसाद ने पूछा, क्या केवल हिंदुओं को ही टीका लगाया गया, मुसलमानों को नहीं लगा।