कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को एक बार फिर जातिगत जनगणना की वकालत की और कहा कि जिस दिन देश के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), दलित और आदिवासी समुदायों को अपनी सच्ची आबादी पता लग जाएगा, उस दिन यह देश हमेशा के लिए बदल जाएगा।
गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गाली देने का आरोप लगाया और कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि यह कृत्य केवल यह दर्शाता है कि वह (राहुल गांधी) काम कर रहे हैं।
गांधी ने विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन छत्तीसगढ़ के बेमेतरा और बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में दो रैलियों को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं आपसे (जनता से) देश में ओबीसी की आबादी के बारे में पूछता हूं, तो कोई जवाब नहीं दे पाता।
देश में लगभग 50 फीसदी ओबीसी हैं। जब हमने (कांग्रेस सरकार) कर्ज माफ किया (किसानों का) और बिजली बिल आधा किया, तो 50 प्रतिशत लाभार्थी ओबीसी थे। नरेन्द्र मोदी जी ने 14 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया तो इसका फायदा ओबीसी को नहीं बल्कि अरबपतियों को मिलता है।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बीमा योजना के तहत मोदी जी ने 16 कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये दिये। उन कंपनियों में कोई ओबीसी, दलित या आदिवासी काम नहीं करता। मुझे (गौतम) अडाणी की कंपनी में एक ओबीसी (कर्मचारी) दिखाओ। अडाणी की कंपनी की (कर्मचारियों की) सूची निकाल लें, आपको वहां एक भी ओबीसी, दलित या आदिवासी नहीं मिलेगा।’’
गांधी ने कहा, ‘‘वह (प्रधानमंत्री मोदी) दावा करते हैं कि वह ओबीसी की सरकार चलाते हैं लेकिन पैसा अडाणी को देते हैं।
क्या जीएसटी (माल एवं सेवा कर) से आपको फायदा हुआ? कर्जमाफी से आपको फायदा हुआ? जिस दिन मैंने जाति जनगणना और ओबीसी की जनसंख्या के बारे में बात करना शुरू किया, मोदी जी ने मुझे गाली देना शुरू कर दिया। रोज (वह) एक नयी गाली देते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहले वह (प्रधानमंत्री) खुद को ओबीसी कहते थे और अब कहते हैं कि देश में कोई जाति नहीं है, केवल गरीब हैं। तो फिर आप (प्रधानमंत्री) कौन हैं? आप ओबीसी कैसे बने? आप हजारों करोड़ रुपये के हवाई जहाज में उड़ते हैं और करोड़ों रुपये के सूट पहनते हैं। क्या आपने कभी मोदी जी को एक कपड़ा दो दिन तक पहने हुए देखा है। मैं केवल यह सफेद शर्ट पहनता हूं (अपने कपड़ों की ओर इशारा करते हुए)। वह रोज कपड़े बदलते हैं, कभी सूट, कभी शॉल। लेकिन जब ओबीसी का समर्थन करने का समय आता है, तो वह कहते हैं कि कोई ओबीसी नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी अडाणी की गारंटी है। वह अडाणी और उनके जैसे लोगों के लिए काम करते हैं… छत्तीसगढ़ में दोबारा कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला कदम किसानों की कर्जमाफी के साथ-साथ जातिगत सर्वे कराना होगा। जब हम अगले साल केंद्र में सत्ता में आएंगे तो पहला कदम देश में जाति जनगणना कराना होगा।’’
गांधी ने कहा कि जिस दिन ओबीसी को अपनी असली ताकत का पता चल जाएगा, उस दिन देश का वास्तविक विकास शुरू हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक फैसला होगा। जिस दिन इस देश के ओबीसी, दलित और आदिवासियों को अपनी वास्तविक जनसंख्या और असली ताकत का पता चल जाएगा, यह देश हमेशा के लिए बदल जाएगा। आजादी के बाद यह सबसे बड़ा क्रांतिकारी फैसला होगा।’’
गांधी ने आरोप लगाया कि जहां कांग्रेस सरकारें किसानों का कर्ज माफ करती हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार अडाणी जैसे बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ करती है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जहां भी हमारी सरकार है, चाहे वह कर्नाटक हो, छत्तीसगढ़ हो, राजस्थान हो या हिमाचल प्रदेश हो, मैंने सभी मुख्यमंत्रियों से कहा है कि कांग्रेस सरकार किसानों, मजदूरों, माताओं और बहनों के बैंक खातों में उतना ही पैसा डालेगी जितना भाजपा सरकार अरबपतियों और बड़े ठेकेदारों को देती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों और युवाओं द्वारा चलती है। अगर पैसा अडाणी जी की जेब में जाता है, तो अडाणी जी इसे अमेरिका में खर्च करते हैं। लेकिन अगर यह किसान के पास जाता है, तो यह गांव के भीतर खर्च किया जाता है और इस तरह ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।’’
बेमेतरा जिले में रैली में मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर इशारा करते हुए गांधी ने कहा कि बघेल जी आपको याद होगा कि मैंने आपसे कहा था कि (2018 में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद) किसानों की कर्जमाफी की फाइलों पर पहला हस्ताक्षर होना चाहिए और आपने किया तथा इससे लाखों किसान लाभान्वित हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मंच से एक बार फिर कह रहा हूं कि आपको (बघेल को) कर्ज माफ करने के लिए एक बार फिर हस्ताक्षर करना होगा।’’
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में कर्ज माफी के वादे के साथ किसानों को लुभाने की कोशिश की है। यह वादा सत्ताधारी दल ने 2018 में भी किया था।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मोदी जी जहां भी जाते हैं, मुझे गालियां देते हैं। इससे मुझे कोई फ़र्क नहीं पड़ता क्योंकि मैं आपको अपने लक्ष्य के बारे में पहले ही बता चुका हूं।
जितना पैसा मोदी जी अडाणी को देते हैं, उतना मैं गरीबों, मजदूरों, किसानों और छोटे व्यापारियों को दूंगा। असली राजनीति अरबपतियों का समर्थन करना नहीं है बल्कि असली राजनीति गरीबों, बेरोजगारों, युवाओं और किसानों का समर्थन करना है। जितनी गाली दे सको मुझे दो। जितना अधिक आप मुझे गाली देंगे उतना ही मुझे एहसास होगा कि मैं अच्छा काम कर रहा हूं।’’
छत्तीसगढ़ की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 70 पर दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। राज्य में सात नवंबर को 20 सीटों पर पहले चरण का मतदान हुआ था।