विशाखापत्तनम इस्पात कारखाना में एक “स्मेल्टिंग इकाई” में शनिवार को गर्म लावा (धातुमल)गिरने से नौ कर्मचारी झुलस गए, जिनमें दो की हालत गंभीर है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह घटना दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हुई। उस दौरान कर्मचारीप्लांट के ‘स्टील मेल्टिंग शॉप-2’ में फंसे हुए पिघले धातुमल को साफ करने की कोशिश कर रहे थे।
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि नौ कर्मचारियों पर गर्म लावा गिरने से वे घायल हो गए और सभी घायलों को विशाखा स्टील जनरल अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया।
बाद में उन्हें आगे के इलाज के लिए शहर के तृतीयक अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
उनमें से दो 60 फीसदी तक जल चुके हैं और उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों के परिजनों ने प्रबंधन से उन्हें बेहतर इलाज के लिए मुंबई स्थानांतरित करने का अनुरोध किया।
घायलों की पहचान अनिल पाहीवाला (डीजीएम), जय कुमार (वरिष्ठ प्रबंधक), ईश्वर नायक (तकनीशियन) और पांडा साहू (चार्जमैन) के रूप में हुई है।
बंगाराय्या, सुरीबाबू, अप्पलाराजू, श्रीनिवास और पोथाय्या संविदा कर्मचारी हैं।
राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) के मुख्य प्रबंध निदेशक (सीएमडी) अतुल भट्ट, आरआईएनएल के निदेशक (वाणिज्यिक) डी. के. मोहंती और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने घायल कर्मचारियों से मिलने के लिए अस्पताल का दौरा किया और उनके परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की।
आरआईएनएल विशाखापत्तनम इस्पात संयंत्र की होल्डिंग कॉर्पोरेट इकाई है।