सिक्किम में एक दुर्घटना में जान गंवाने वाले नायक प्रमोद सिंह को शनिवार को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सेना के एक बयान के अनुसार, सिक्किम के जेमा में एक वाहन एक तीखे मोड़ पर सड़क से फिसल कर खाई में गिर गया था और तीन जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) समेत 16 सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी।
पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के अनुसार, पटना हवाई अड्डे पर सिंह के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया गया, जहां से पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए भोजपुर जिले में उनके गांव ले जाया गया।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) चैतन्य प्रसाद और पुलिस महानिदेशक आर. एस. भट्टी हवाई अड्डे पर मौजूद थे, जहां से पार्थिव शरीर को सेना के ट्रक में ले जाया गया।’’
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 65 किलोमीटर दूर बामपल्ली गांव में शोक की लहर छाई हुई है। सिंह के बड़े भाई अजय सिंह पटना में अपने छोटे भाई के पार्थिव शरीर को लेने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
शोक संतप्त भाई ने कहा, ‘‘प्रमोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। जब वह छुट्टी पर गांव आये थे, तो उनके साथ उस समय अच्छा वक्त बीता था।
वह 20-25 दिन पहले ड्यूटी पर वापस चले गये थे। कौन सोच सकता था कि हम उन्हें आखिरी बार देख रहे हैं।’’
इस बीच दुर्घटना में जान गंवाने बिहार से एक और बहादुर नायब सूबेदार चंदन कुमार मिश्रा के पार्थिव शरीर का खगड़िया जिले के पंचखुट्टी गांव के लोग इंतजार कर रहे हैं।
उनके परिवार के सदस्य मिश्रा के पार्थिव शरीर और पूर्वोत्तर राज्य में उनके साथ रहने वाली उनकी पत्नी और बच्चों को वापस लाने के लिए सिक्किम गए हैं।
मिश्रा को छोड़कर सभी 16 जवानों के पार्थिव शरीर को वायुसेना के विशेष विमान से अलग-अलग हवाईअड्डों पर भेजा गया।
सड़क मार्ग से लाए जा रहे मिश्रा के पार्थिव शरीर के देर रात उनके गांव पहुंचने की संभावना है, जहां रविवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।