भारत की जी20 अध्यक्षता में आयोजित दूसरे पर्यटन कार्य समूह की बैठक का समापन यहां हरित पर्यटन, कौशल विकास और पर्यटन क्षेत्र में स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने पर चर्चा के साथ हुआ।
दार्जीलिंग और सिलीगुड़ी में एक से तीन अप्रैल तक हुई बैठक में 130 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें जी 20 सदस्यों के प्रतिनिधि, आमंत्रित देश, अंतरराष्ट्रीय संगठन, उद्योग भागीदार, राज्य के पर्यटन अधिकारी और स्थानीय टूर ऑपरेटर शामिल थे।
कार्य समूह की बैठक से पहले एक अप्रैल को सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक वाहक के रूप में साहसिक पर्यटन विषय पर एक कार्यकम आयोजित किया गया।
चर्चा में सदस्यों ने साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रथाओं, सफलता की कहानियों, संभावनाओं और मुद्दों पर प्रकाश डाला। इसमें ब्रिटेन, मेक्सिको, कनाडा, जर्मनी, जापान और ब्राजील के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
अन्य विषयों के अलावा, साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने पर चर्चा की गई और साहसिक पर्यटन के वैश्विक और भारतीय परिदृश्यों पर प्रस्तुतियां दी गईं।
बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि सम्मेलन का उद्देश्य घरेलू पर्यटन को मिशन मोड में पेश करना है।
उन्होंने कहा, यह भारत को पर्यटन क्षेत्र में अपनी क्षमता को अधिकतम करने में भी मदद करेगा।
प्रतिनिधियों ने चाय बागानों का भी दौरा किया।
जर्मनी के एक प्रतिनिधि ने कहा कि कई घंटों की चर्चा हुई और अब समय है कि कड़ी मेहनत को जमीन पर देखा जाए।