हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में नये साल के आगमन का स्वागत करने के लिए भले ही हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचे हों और व्यापक चहल-पहल हो लेकिन होटलों के 20 प्रतिशत कमरे खाली ही रहे।
पिछले चार दशकों में ऐसा पहली बार देखा गया है कि होटलों के केवल 80 प्रतिशत कमरों की ही बुकिंग हो सकी।
होटल उद्योग के पदाधिकारियों ने बताया कि मनाली में बर्फबारी और अटल सुरंग देखने की दीवानगी और शिमला शहर में बिना बुकिंग के पर्यटक वाहनों के प्रवेश निषेध ने नए साल पर हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पर्यटकों की संख्या बढ़ा दी है जो 90 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है।
हालांकि शिमला शहर में बिना बुकिंग के पर्यटक वाहनों कोप्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शनिवार की शाम नए साल की पूर्व संध्या पर माल रोड गये थे।
उन्होंने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के साथ बातचीत की और उन्हें आने वाले वर्ष के लिए सुखद और समृद्ध होने की कामना की।
नए साल का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक मॉल रोड और रिज पर घूमते नजर आए और कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
होटल व्यवसायियों का दावा है कि 2020 और 2021 के कोविड वर्षों में भी, वर्ष के अंत तक प्रतिबंध हटा दिए गए थे और शिमला में 95-100 प्रतिशत कमरों की बुकिंग हो गई थी।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) ने क्रिसमस और नए साल के मौके पर शिमला, मनाली, धर्मशाला और अन्य जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया है और निजी होटल भी नए साल पर पर्यटकों के स्वागत के लिए कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
‘शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन’ के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने कहा, ‘‘नया साल इस बार सप्ताह के अंत में पड़ रहा है, इसलिए हम भारी भीड़ की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन अब तक लगभग 80 प्रतिशत कमरों की बुकिंग हुई है, जो पिछले 37-38 वर्षों में सबसे कम है।
पर्यटन उद्योग हितधारक संघ के अध्यक्ष एम के सेठ ने कहा कि बड़ी संख्या में ऑनलाइन बुकिंग रद्द कर दी गई है क्योंकि जिला प्रशासन ने शहर में बिना होटल बुकिंग के पर्यटक वाहनों को अनुमति नहीं देने का फैसला किया है और शिमला शहर में होटलों में केवल 80 प्रतिशत कमरों की बुकिंग हो सकी जो पिछले चार दशकों में सबसे कम है।
उन्होंने कहा कि शिमला शहर में होटल बुकिंग के बिना पर्यटक वाहनों को अनुमति नहीं देने के जिला प्रशासन के आदेशों के कारण आगंतुकों की संख्या कम हुई।
सेठ ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक बिना बुकिंग के आते हैं।
‘मनाली होटलियर्स एसोसिएशन’ के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने बाताया कि अटल सुरंग (रोहतांग) में पर्यटक आ रहे हैं, इससे लाहौल स्पीति तथा कुल्लू जिलों में पर्यटकों की संख्या बढ़ गयी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मनाली में हिमपात भी पर्यटकों के बीच प्रमुख आकर्षण है।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों की संख्या में लगभग 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
उन्होंने कहा कि सोलंग में गोंडोला, हामटा में इग्लू, मनाली और उसके आसपास शीलकालीन खेल गतिविधियां, अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड एलाइड स्पोटर्स मनाली द्वारा पेश किए जाने वाले ‘स्कीइंग’ और ‘स्नोबोर्डिंग’ भी पर्यटकों के बीच आकर्षण का प्रमुख केंद्र है।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने पर्यटन और अन्य विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे ‘अतिथि देवो भवः’ की भावना का पालन करें, पर्यटकों को सुविधा प्रदान करें और यातायात के सुचारू प्रवाह के लिए सभी जिलों में पर्याप्त व्यवस्था और उचित यातायात योजना बनाएं।
उन्होंने पर्यटन स्थलों पर भोजनालयों को चौबीसों घंटे खोलने की भी अनुमति दी है।