Breaking News
-
Please LIKE and FOLLOW बलिया LIVE on FACEBOOK page https://www.facebook.com/BalliaLIVE आशीष दूबे, बलिया रसड़ा-नगरा मार्ग…
-
जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, राष्ट्रीय राजधानी में राजनीतिक हवा हर गुजरते…
-
कर्मचारियों से हफ्ते के सातों दिन 90 घंटा कार्य सप्ताह के बारे में एलएंडटी के…
-
बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र में वेटलैंड्स के संरक्षण का मुद्दा अपने आप उठाया और…
-
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट मीडिया में लीक होने के बाद शनिवार को…
-
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमरे पट्टन में प्रादेशिक सेना शिविर पर ग्रेनेड हमले को 24 घंटे…
-
अहमदाबाद में एक नौ महीने के बच्चे को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से संक्रमित पाया गया…
-
युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से लगातार बेहतरीन…
-
दिल्ली पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड दस्तावेज मामले में शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप)…
-
उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक के लोगों ने कांग्रेस को पांच…
तिरुवनंतपुरम। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पार्टी के केरल प्रभारी प्रकाश जावडेकर ने रविवार को एलडीएफ और यूडीएफ पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस लोकसभा चुनाव में केरल में हमेशा के लिए बदलाव लाने जा रही है। निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के एक दिन बाद, जावडेकर ने यहां प्रेस वार्ता में कहा ‘‘मतदाताओं के मन में मंथन चल रहा है। राज्य में यह दिख रहा है और यह भाजपा के लिए बड़े लाभ में तब्दील होगा।’’ केरल में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
जावडेकर ने दावा किया कि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले ‘लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (एलडीएफ) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले ‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (यूडीएफ) का केरल में कोई भविष्य नहीं है। जावडेकर ने कहा, ‘‘हम (भाजपा) इस चुनाव में केरल की राजनीति में हमेशा के लिए बदलाव लाने जा रहे हैं। केरल के मतदाताओं के मन में बड़ा मंथन चल रहा है। 2019 में, उन्हें विश्वास दिलाया गया कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। इस बार, कांग्रेस नेताओं समेत सभी को यकीन है कि उनके प्रधानमंत्री बनने की कोई संभावना नहीं है।’’
केरल में भाजपा का अभी तक खाता नहीं खुला है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 2021 के विधानसभा चुनाव में राज्य में भाजपा का कुल पड़े वोट में हिस्सा 12 प्रतिशत से कम था। यूडीएफ और एलडीएफ के घटक दलों को ‘‘अतीत की पार्टियां’’ बताते हुए जावडेकर ने कहा, ‘‘केरल में वे छद्म लड़ाई लड़ रही हैं। वे व्यावहारिक रूप से अन्य सभी राज्यों में सहयोगी हैं और यहां केरल में रणनीतिक रूप से एक साथ हैं।’’ उन्होंने दावा किया कि एलडीएफ और यूडीएफ के पास राज्य को देने के लिए कुछ भी नया नहीं है।